मेरठ: मेरठ के शिवाया टोल पर राकेश टिकैत के नेतृत्व में रुके किसान 9:00 बजे दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं लेकिन दिल्ली जाने से पहले एबीपी गंगा ने किसानों से बात की और किसानों से वो तीन बिल भी जाने जिसका विरोध वे कर रहे हैं.
शिवाया टोल पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में रात्रि विश्राम किया और अब सुबह 9:00 बजे दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं. लेकिन दिल्ली जाने से पहले एबीपी गंगा ने इन किसानों से खास बातचीत की और जानने की कोशिश की, कि आखिरकार इनके कौन से ऐसे मुद्दे हैं जो किसान नहीं मान रहे है और इस बिल में ऐसा क्या है जो किसान विरोधी है.
किसानों को नहीं पता तीन बिलों के बारे में..
एबीपी गंगा से खास बातचीत में इन किसानों ने बताया कि अगर सरकार किसानों के हित में काम कर रही है तो वह एमएसपी की गारंटी दे. साथ ही जो कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग है, अगर उसमें विवाद होता है तो किसानों को कोर्ट जाने का अधिकार हो. लेकिन जब एबीपी गंगा ने किसानों से वो तीन बिल जानने की कोशिश की है जिन को लेकर किसान विरोध कर रहे हैं, तो किसानों को वह तीन बिल भी पूरी तरह से पता नहीं थे कि आखिरकार वह कौन से तीन बिल हैं जिन्हें केंद्र सरकार लेकर आई है.
यही वजह है कि ये आंदोलन राजनीति से प्रेरित भी लगता है, क्योंकि जो किसान आंदोलन कर रहे हैं, जो दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं, उन्हें यही नहीं पता कि वह तीन बिल जिन्हें सरकार लेकर आई है और वह किसान विरोधी क्यों हैं?
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