नोएडा: नोएडा-दिल्ली के चिल्ला बॉर्डर पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे हुए किसानों ने आज मकर संक्रांति के मौके पर हवन का आयोजन कर कर के कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध जताया. इस हवन के आयोजन का मकसद था कि सरकार लगातार अपने जबरन रवैये पर अड़ी हुई है, उसकी थोड़ा बुद्धि का विकास हो और किसानों के हित के बारे में भी सोचना शुरू करें.
सरकार को सद्बुद्धि के लिये यज्ञ
हवन के बाद किसानों ने कहा कि हम ईश्वर से यह प्रार्थना करते हैं कि हमारे इस हवन के माध्यम से सरकार में बैठे हुए नुमाइंदों की सोच को ठीक करें और जल्द ही देश के अन्नदाताओं को कृषि कानून रूपी परेशानी से मुक्त कराएं. साथ ही साथ किसानों के द्वारा कहा गया कि दिन प्रतिदिन हम सड़कों पर बैठकर आने वाले सभी त्योहारों को यहां मना रहे हैं. हमें अपने परिवार के लोगों के साथ इन त्योहारों को मनाना चाहिए था लेकिन आज सरकार के रवैये की वजह से हम सड़कों पर बैठकर इन त्योहारों को मना रहे हैं और अपने परिवार से दूर हैं. हम यही चाहते हैं कि, देश की खुशहाली के लिए सरकार को हमारी मांग माननी चाहिए.
सरकार अपना रवैया ठीक करे
सरकार हमारी मांगों को जल्द से जल्द मान ले. ताकि हम यहां धरना प्रदर्शन छोड़ सके. जब तक कृषि कानून वापस नहीं लिया जाता तब तक हम अपनी मांगों को लेकर इसी प्रकार से धरने पर रहेंगे. साथ ही साथ विरोध करने के तरीकों में भी दिन-प्रतिदिन बदलाव होगा. सरकार को अपना रवैया ठीक करना पड़ेगा.
वहीं एक किसान ने बताया कि सरकार किसानों के हित के बारे में कुछ भी सोचने को तैयार नहीं है. जब तक हमारी बात नहीं मानी जाएगी, जब तक हम भी चिल्ला बॉर्डर पर बैठे रहेंगे. किसान ने कहा कि, आज हवन भी किया गया है, ऊपर वाले से हमने कहा है कि इस सरकार को थोड़ा ठीक रास्ता दिखाने में सहायता करें और कानून को वापस लें.
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