दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। धनतेरस के दिन पूजा और खरीददारी का खासा महत्व है। कहते हैं कि इस दिन खरीददारी करने करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस दिन खरीददारी करने से धन के देवता कुबेर और स्वास्थ्य के देवता धन्वंतरी की कृपा बरसती है। धनतेरस के दिन खरीदे गए नए सामान की भी पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से घर में सौभाग्य, खुशहाली और संपन्नता बनी रहती है। इस दिन पूजा करने के लिए सामग्री में कुछ चीजें ऐसी है जिनका इस्तेमाल बेहद जरूरी हैं। जैसे- सुपारी, पान, धनिया के बीज, कपूर, खील-बताशे।
क्या है इन चीजों का महत्व?
पान- धार्मिक कार्यों में पान के पत्ते का इस्तेमाल शुभ माना जाता है। मान्यता है कि देवी-देवता पान के पत्ते में वास करते हैं।
सुपारी- सुपारी का इस्तेमाल भी पूजा के लिए शुभ माना जाा है। मान्यताओं के अनुसार सुपारी को ब्रह्मदेव, यमदेव, वरूण देव और इंद्रदेव का रूप माना जाता है।
कपूर- पूजा में कपूर का भी खासा महत्व है, इसे तुलसी के अर्क से तैयार किया जाता है। पूजा में कपूर का इस्तेमाल भी शुभ माना जाता है। धनतेरस के दिन कपूरा का दिया जरूर जलाना चाहिए। ऐसा करने से घर में सकारात्मकता आती है।
धनिया के बीज- मां लक्ष्मी को धनिया के बीच चढ़ाने से वे खुश होती हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है।
खील बताशे- खील और बताशे को मां लक्ष्मी का प्रमुख भोग माना जाता है। मान्यता है कि खील बताशे अर्पित करने से अभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिलती है।