लखनऊ: मुख़्तार अंसारी की कस्टडी को लेकर पंजाब सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को चिट्ठी लिखी है. मुख़्तार को रोपड़ जेल से बांदा जेल शिफ़्ट करने के लिए यूपी सरकार से बंदोबस्त करने को कहा है, ताकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक 8 अप्रैल तक मुख्तार अंसारी को यूपी शिफ़्ट किया जा सके. पंजाब सरकार ने यूपी सरकार की चिट्ठी के जवाब में शिफ़्टिंग के अरेंजमेंट करने को कहा है. चिट्ठी में लिखा गया है कि शिफ़्टिंग के लिए वाहन का बंदोबस्त करते वक्त अंसारी की मेडिकल रिपोर्टस का ध्यान रखा जाए.
बांद जेल की व्यवस्थाओं से यूपी के अफसर नाखुश
वहीं, बाहुबली मुख्तार अंसारी से जुडी बड़ी ख़बर शनिवार को सामने आई थी. इसके मुताबिक, मुख़्तार को ज़्यादा दिनों तक बांदा जेल में नहीं रखा जाएगा. सुरक्षा कारणों से मुख्तार को बांदा जेल में रखने के पक्ष में पुलिस के अफसर नहीं हैं. अफसरों की टीम ने बांदा जेल के मुआयने के बाद शासन से मुख्तार को यहां की जेल में नहीं रखने की सिफारिश की है.
रिपोर्ट के मुताबिक, बांदा जेल में कोई हाई सिक्योरिटी बैरक नहीं है. जेल में अभी कोई स्पेशल बैरक भी नहीं है, जिसमे हाई प्रोफाइल अपराधी को रखा जा सके. बांदा जेल में वर्तमान में क्षमता से दो गुना ज़्यादा कैदी बंद हैं.
क्षमता से ज्यादा हैं कैदी
इसके अलावा बांदा जेल में गंभीर बीमारी वाले कैदियों के इलाज के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स और अस्पताल भी नहीं हैं. बांदा जेल की क्षमता 567 कैदियों को रखने की है, जबकि इस समय वहां ग्यारह सौ के करीब कैदी बंद हैं.
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