Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश का पूर्वांचल अभी भी भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राजनीति के केंद्र में अहम भूमिका निभा रहा है क्योंकि इस क्षेत्र से अब छह राज्यपाल (Governor) हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी पूर्वांचल (Purvanchal) से हैं और लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसी क्षेत्र के प्रमुख संसदीय क्षेत्र वाराणसी का प्रतिनिधित्व करते हैं. केंद्र ने हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री और गोरखपुर छावनी के पूर्व विधायक शिव प्रताप शुक्ला और उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य लक्ष्मण आचार्य को क्रमश: हिमाचल प्रदेश और सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किया है. आचार्य प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी से आते हैं.
पूर्वी उत्तर प्रदेश के इस भोजपुरी भाषी क्षेत्र के अन्य राज्यपालों में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा शामिल हैं. वह केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. संसद में उन्होंने गाजीपुर का प्रतिनिधित्व किया है. संसद में देवरिया लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र अब राजस्थान के राज्यपाल हैं.
केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्री पूर्वांचल से
मेघालय के राज्यपाल फागू चौहान भी इसी क्षेत्र से आते हैं. चौहान उत्तर प्रदेश विधानसभा में छह बार घोसी सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बी डी मिश्रा पूर्वांचल के भदोही के मूल निवासी हैं. छह राज्यपालों, प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री के अलावा, केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे, पंकज चौधरी और अपना दल (एस) अनुप्रिया पटेल पूर्वांचल के मूल निवासी हैं.
पूर्वांचल हमेशा राजनीतिक पर्यवेक्षकों के लिए गहरी रुचि का क्षेत्र रहा है. इस क्षेत्र ने 2007 में मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी और 2012 में अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को भारी संख्या में मत दिया था. हालांकि 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद से क्षेत्र के लोगों ने बड़ी संख्या में भाजपा का साथ दिया है.