Navratri 2022: अयोध्या (Ayodhya) में राम जन्म भूमि (Ram Janmabhoomi) परिसर में भगवान रामलला (Ramlala) के यहां हिंदू नववर्ष के मौके पर कलश स्थापना किया गया है. इस दौरान मध्य प्रदेश से श्रद्धालुओं के द्वारा दी गई चांदी की चौकी पर भगवान रामलला के गर्भ गृह में कलश की स्थापना हुई. इस दरमियान वैदिक ब्राह्मण मौजूद रहे और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ राम जन्मभूमि के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कलश की स्थापना की. कलश नौ दिन तक राम जन्मभूमि के विराजमान रामलला के अस्थाई मंदिर के गर्भ गृह में रहेगा.


समय में हुआ बदलाव
जहां पर नियमित वैदिक ब्राह्मण नवरात्र तक विशेष पूजन अर्चन करेंगे और भगवान रामलला के जन्मोत्सव तक यह अनुष्ठान चलेगा. इतना ही नहीं नवरात्र के प्रथम दिन हिंदू नववर्ष का आरंभ होता है. ऐसे में निर्माणाधीन स्थल पर लगे हुए ध्वज को भी आज ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बदला है. यह प्रक्रिया प्रत्येक वर्ष हिंदू नववर्ष के मौके पर की जाती है. अयोध्या में राम जन्मोत्सव के मौके पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. इस लिहाज से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला के समयावधि में भी डेढ़ घंटे की बढ़ोतरी की है. पहली पाली में डेढ़ घंटा और दूसरी पाली में डेढ़ घंटा रामलला का दर्शन श्रद्धालु ज्यादा कर सकेंगे. श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालुओं को आसानी से रामलला का दर्शन प्राप्त हो इस लिहाज से दर्शन अवधि में बढ़ोतरी की गई है.


क्या बोले कार्यालय प्रभारी
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने कहा कि निर्माणाधीन स्थल पर पूजन पाठ करके नया ध्वज लगाया गया है. प्रत्येक हिंदू नव वर्ष के आरंभ में यह प्रक्रिया की जाती है, साथ ही नवरात्र के मौके पर राम जन्मभूमि में अस्थाई मंदिर पर भगवान रामलला के सामने कलश स्थापना की गई है. चांदी की चौकी पर चांदी के कलश में कलश की स्थापना की गई है. राम जन्म भूमि के गर्भ गृह में विधि विधान से नौ दिन पूजन अर्चन किया जाएगा. इस बार राम जन्मोत्सव पूरे धूम से मनाया जाएगा. साथ ही रामलला के दर्शन अवधि में भी बदलाव किया गया है. जो आज से प्रारंभ हो गया है ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि डेढ़ घंटे सुबह और डेढ़ घंटे शाम की पाली में रामलला के दर्शन की अवधि बढ़ाई गई है. जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन में कोई व्यवधान न हो इस बार अनुमान है कि प्रत्येक दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आएंगे. रामलला का दर्शन पूजन करेंगे, ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए समयावधि भी बढ़ाई गई है.


क्या बोले पुजारी
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि हिंदू नव वर्ष प्रारंभ हुआ है और हिंदुओं को इसे बड़े उत्साह के साथ मनाना चाहिए. भगवान राम लला के दरबार में चांदी की चौकी पर चांदी के कलश में कलश की स्थापना हुई है. विधि विधान से नवग्रह पूजा और कलश पूजा हुई है. नव वर्ष आज से प्रारंभ हुआ है. भगवान राम लला को फलाहार का प्रसाद बनाकर के भोग लगाया गया है. भगवान के प्रसाद का भोग लगा के उसे श्रद्धालुओं में वितरण किया गया. कलश स्थापना का उत्सव रामनवमी तक नौ दिन चलेगा भगवान राम लला के जन्मोत्सव के मौके पर नवमी तिथि को 56 व्यंजनों का भोग रामलला को लगाया जाएगा. सभी श्रद्धालुओं को पैकेट में रामलला का भोग लगा हुआ प्रसाद वितरण किया जाएगा. रामनवमी का प्रसाद भगवान के जन्मोत्सव के दिन और दशमी तिथि को भी बांटा जाएगा. इसका वितरण दो दिन होगा.


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