गोंडाः उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के जिला महिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर की तैनाती ना होने से महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड विभाग सफ्ताह में केवल तीन दिन ही खुलता है. मनकापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद के प्रभारी अधीक्षक रेडियोलॉजिस्ट का कार्य करते है.
महिला अस्पताल में नहीं हुई रेडियोलॉजिस्ट की पोस्टिंग
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वास्थ्य महकमे को बेहतर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों का लगातर निरीक्षण करते रहे हैं. फिर भी करोड़ों अरबों रुपए पानी की तरह खर्च होने के बाद भी गोंडा के जिला महिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की पोस्टिंग नहीं हो पाई है. हफ्ते में तीन दिन ही मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल पाती है. बाकी के दिन मरीज बाहर से अल्ट्रासाउंड करवाने को मजबूर हैं. जिसका असर उनकी जेब पर पड़ता है.
गोंडा महिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड के लिए कई मशीन मुहैया होने के बाद भी मरीज प्राइवेट में जाकर 500, 600 रुपए देकर अल्ट्रासाउंड कराने को मजबूर है. ऐसे में सवाल ये खड़ा होता है कि सरकार ने महिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड की एक नहीं बल्कि कई मशीनें उपलब्ध करवाई हैं. बावजूद इसके मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
हफ्ते में तीन दिन खुलता है विभाग
हफ्ते में सिर्फ 3 दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को ही गोंडा महिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड के लिए विभाग के ताले खोले जाते हैं, लेकिन अफसोस जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण दूर-दराज से आए मरीज तीमारदार मजबूर होकर बाहर जाकर अल्ट्रासाउंड कराने को मजबूर हैं.
इस पूरे मामले में जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने बताया की पिछले लगभग डेढ़ साल से कोई भी रेडियोलॉजिस्ट जिला महिला चिकित्सालय में नहीं है. जिसके कारण हफ्ते में मात्र 3 दिन ही यहां काम हो पाता है. मामले में कई बार जिला प्रशासन को अवगत भी कराया गया है, समस्या का समाधान नहीं हो रहा है.
इसे भी पढ़ेंः
अभिषेक बनर्जी का तंज, अमित शाह की रैली से ज्यादा लोग तो 'JCB की खुदाई' देखने जुट जाते हैं