रायबरेली: महिला सशक्तिकरण के लिए रायबरेली के जिलाधिकारी ने एक सराहनीय पहल की है. "हक की बात" कार्यक्रम चलाकर नारियों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए गए. हक की बात कार्यक्रम में डीएम वैभव श्रीवास्तव ने बालिकाओं व महिलाओं के मन की बात सुनी और निदान भी किया. जिलेभर से लगभग दो दर्जन महिलाओं ने जिलाधिकारी को फोन पर अपनी समस्या बताई और उन्होंन तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए.


वैभव श्रीवास्तव ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक कार्यक्रम हक की बात का आयोजन किया. जिसमें सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक महिलाओं की समस्याओं का समाधान किया.


जिलाधिकारी की इस सराहनीय पहल से पूरे जनपद में पीड़ित महिलाओं को एक आस जगी है. जिन महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बड़ा कदम उठाते हुए कई योजनाएं चलाई हैं उन्हीं के अनुक्रम में जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने भी महिलाओं से सीधे संवाद करके उनकी समस्याओं के निस्तारण में महती भूमिका निभा रहे हैं.


हक की बात कार्यक्रम की चर्चा पूरे जनपद में एक नई पहल के रूप में हो रही है. इस कार्यक्रम से महिलाओं को काफी लाभ मिलेगा जो महिलाएं न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही थी और लोग उन्हें टाल रहे थे अब उनके लिए डीएम ने एक नई राह खोल दी है.


केंद्र व प्रदेश सरकार के मंशा के अनुसार अब अधिकारी व कर्मचारी भी कार्य को संपन्न करने में पूरी रुचि दिखा रहे हैं. इसका जीता जागता नमूना रायबरेली में देखने को मिला.


वैभव श्रीवास्तव ने कहा कि हमने 11:00 से 1:00 का टाइम स्लॉट रखा है. जिससे महिलाओं की समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं और उस में लगातार महिलाओं के कॉल से आ रहे हैं और महिलाएं मिलने भी आ रही हैं. उनकी जो समस्याएं हैं उसको त्वरित रूप से निस्तारित कराने का प्रयास कर रहे हैं. कुछ की पारिवारिक समस्याएं हैं तो कुछ की राशन की समस्याये हैं. इन समस्याओं को तत्काल दूर करने का प्रयास किया गया. अपराध से संबंधित भी हैं पारिवारिक समस्याएं भी हैं, सभी तरह की समस्याएं हैं. उसका त्वरित निस्तारण कराया जाएगा.


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