लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट पर अभी तक कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि रायबरेली से भाजपा के दो उम्मीदवारों दिनेश प्रताप सिंह और मनोज पाण्डेय की आज शाम लखनऊ में अमित शाह के साथ बैठक होगी. अमित शाह के साथ मीटिंग के बाद रायबरेली पर फैसला होगा. रायबरेली में तीन लोकसभा के उम्मीदवार अदिति सिंह,  दिनेश सिंह और मनोज पांडेय का नाम चल रहा है. इस बीच किसी एक नाम पर सहमति बनाने की कोशिश होगी.


उधर कांग्रेस की बात करें तो रायबरेली लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा अभी तक नहीं की है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करने का अधिकार दिया है. पार्टी अध्यक्ष अगले 24 घंटे में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकते हैं.


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इसी बीच दो प्रतिष्ठित सीटों अमेठी और रायबरेली के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी साल 2019 तक अमेठी लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले राहुल गांधी को एक बार फिर से इस सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है. वह 2004 से इस सीट से लगातार तीन बार सांसद भी रहे हैं. 2019 के चुनाव में उन्हें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों करारी हार मिली थी, जिसके बाद पार्टी अमेठी से राहुल गांधी की उम्मीदवारी को लेकर दुविधा में है. फिलहाल राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं.


वहीं, सोनिया गांधी के सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने के बाद रायबरेली सीट को लेकर भी सस्पेंस लगातार बना हुआ है. माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा इस सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार हो सकती हैं, इससे पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा.


गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी (सपा) इंडी गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस उत्तर प्रदेश की 80 में से 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि, सपा 62 और टीएमसी एक सीट पर मैदान में है.