रायबरेली: वैसे तो रायबरेली की जमीन सियासी तौर पर उर्वरा शक्ति से भरी है और इसी जमीन ने देश को स्व इंदिरा गांधी जैसा प्रधानमंत्री भी दिया. मौजूदा वक्त में रायबरेली की सियासी गर्माहट काफी बढ़ चुकी है. दो बड़े दलों के नेताओं के बीच रार भी शुरू हो चुकी है. ताजा मामला कांग्रेस नेता मनीष सिंह और बीजेपी नेता दिनेश प्रताप सिंह का है जो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है.


स्मृति द्वार को लेकर रार
बीजेपी नेता नेता दिनेश प्रताप सिंह के भाई अवधेश सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष हैं. अमावा ब्लॉक के एक लिंक रोड पर जिला पंचायत द्वारा कांग्रेस नेता मनीष सिंह के पिता पूर्व सांसद स्वर्गीय अशोक सिंह के नाम पर स्मृति द्वार लगवा दिया गया और उसमें भाजपा नेता दिनेश सिंह ने अपना भी नाम डलवा दिया.


दिनेश सिंह ओछी राजनीति कर रहे हैं
इसी को लेकर कांग्रेस नेता मनीष सिंह ने बीजेपी नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि दिनेश सिंह ओछी राजनीति कर रहे हैं. घटिया राजनीति करना दिनेश सिंह अब बंद कर दें. हमारे परिवार का इतिहास रहा है कि कभी किसी के नाम का सहारा लेकर झूठी और इच्छापूर्ति राजनीति नहीं की है. राजनीति के लिए जनता को गुमराह करने का काम हमारे परिवार में बाबा स्वर्गीय धुन्नी सिंह पिता श्री अशोक सिंह या फिर चाचा स्वर्गीय अखिलेश सिंह ने कभी नहीं किया.


खिसकती जमीन और जनाधार को बचाने की कवायद
मनीष सिंह ने कहा कि दिनेश सिंह ने अपनी खिसकती जमीन और जनाधार को बचाने के लिए जिस तरह मेरे बाबा और पिताजी के नाम का द्वार बनवाकर जनता को गुमराह करने का कुत्सित प्रयास किया है वो अत्यंत ही घटिया है. दिनेश सिंह को अगर द्वार बनवाना ही था तो अपने राजनीतिक गुरु स्वर्गीय आरपी सिंह के नाम का भव्य द्वार बनवाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि 21 वर्ष तक जिला पंचायत अध्यक्ष रहे स्वर्गीय पंडित राम शंकर त्रिपाठी के नाम का भी उन्हें द्वार बनवाना चाहिए. लेकिन, अपनी घटिया राजनीति के चलते, खिसकते जनाधार को बचाने के लिए दिनेश सिंह ने हमारे परिवार का सहारा लिया है.


जनता मुंहतोड़ जवाब देगी
कांग्रेस नेता मनीष सिंह ने बीजेपी नेता दिनेश सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा मेरे परिवार के नाम का सहारा लेकर शहर में जमीन कब्जा करने का जो खेल दिनेश सिंह कर रहे हैं उसे हम सफल नहीं होने देंगे. शहर के हाथी पार्क की जमीन या फिर सिविल लाइन की जमीन हो या फिर हरचंदपुर में जिला पंचायत की जमीन पर अवैध मार्केट बनवाने का काम हो. इन सभी कृत्यों पर परदा डालने के लिए और आम जनमानस में भ्रम पैदा करने के लिए मेरे परिवार का सहारा ले रहे हैं. भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी जिला पंचायत को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने वाले एमएलसी को अबकी बार जनता मुंहतोड़ जवाब देगी.



जिला पंचायत के कारनामों को लेकर चर्चा
दोनों के नेताओं में रार ठनी हुई है. इसके पहले भी हाथी पार्क की जमीन पर जिला पंचायत द्वारा अवैध निर्माण को लेकर भाजपा के नगर अध्यक्ष संतोष पांडे ने जिला पंचायत पर गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और रात 11:00 बजे आमरण अनशन पर बैठे भाजपा नेता को कार्रवाई का आश्वासन देकर समझाने बुझाने का प्रयास भी किया गया. इस समय जिला पंचायत के कारनामे पूरे जिले में चर्चा का विषय बने है. देखना ये है कि कांग्रेसी नेता के बाबा और पिता के नाम से बने हुए द्वार हटते हैं या फिर उसमें से भाजपा नेता अपना नाम हटाते हैं.


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