UP News: रायबरेली (Raebareli) में ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution) को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने मंदिरों और मस्जिदों से लगभग 70 लाउडस्पीकर उतरवाए हैं. सीओ सिटी बंदना सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा की अगुवाई में यह कार्रवाई बृहद स्तर पर की गई है. शहर क्षेत्र के अहियारायपुर, जहानाबाद और मनसा देवी आदि स्थानों पर यह कार्रवाई की गई. हिंदू और मुस्लिम धर्म के धर्मगुरुओं ने इसमें बढ़-चढ़कर सहयोग किया.


क्या हुई है कार्रवाई?
ध्वनि प्रदूषण के चलते न्यायालय और शासन के निर्देश के बाद जनपद में बृहद स्तर पर लाउडस्पीकर उतरवाने का कार्यक्रम चला. मंदिरों, मस्जिदों और सार्वजनिक स्थानों पर लगे हुए लाउडस्पीकर को पुलिस प्रशासन ने उतरवाया और कुछ लाउडस्पीकरों की ध्वनि क्षमता कम कराई गई. 75 डेसिबल से नीचे अलग-अलग स्थानों के लिए ध्वनि क्षमता निर्धारित की गई है. इसके ऊपर लाउडस्पीकर चलाने वाले लोगों पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है. शहरी क्षेत्र में सिटी मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा और सीओ सिटी वंदना सिंह के नेतृत्व में शहर कोतवाल राघवन कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बलों ने लाउडस्पीकर उतरवाने का कार्यक्रम चलाया. 


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हाईकोर्ट के निर्देश पर हो रही कार्रवाई
रायबरेली में सबसे खास बात यह देखी गई कि लाउडस्पीकर उतरते समय हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों के धर्मगुरुओं और अनुयायियों ने पूरा सहयोग किया. किसी भी धर्म के लोगों ने इसका कोई विरोध नहीं किया. इस कार्यक्रम के तहत रायबरेली में गंगा-जमुनी तहजीब देखने को मिली. हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सार्वजनिक स्थलों पर लगे हुए लाउडस्पीकर को हटाया गया. तहसील स्तर पर एसडीएम और सीओ के नेतृत्व में 6 टीमें गठित की गई हैं. वह सभी सार्वजनिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का काम कर रही हैं. लगभग 400 से अधिक लाउडस्पीकरों की ध्वनि क्षमता कम कराई गई है. निर्धारित क्षमता से कम पर ही वह लाउडस्पीकर चल सकेंगे. बाकी अपेक्षित लाउडस्पीकरों को सार्वजनिक स्थलों से उतरवाया गया है. 


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