Raebareli News: शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कमर कस ली है. इसी कड़ी में सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की हकीकत जानने के लिए डीएम ने गोरा बाजार और जगदीशपुर कंपोजिट विद्यालय का औचक निरीक्षण किया और तमाम कमियों को सुधारने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही डीएम ने शिक्षा में लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापक व शिक्षकों की जमकर क्लास लगाई. 


डीएम जब स्कूल में पहुंची तो बच्चों की उपस्थिति पर्याप्त न होने पर शिक्षामित्र व प्रधानाध्यापक से जवाब मांगा. डीएम के सवाल पर किसी ने बच्चों के नानी के घर जाने और किसी को धान की कटाई में लगे होने की बात बताई, जिसपर उन्होंने नाराजगी जताई और तत्काल अनुपस्थित बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति कराने के निर्देश दिए. इसके साथ ही मिड डे मील को लेकर साफ-सफाई व भोजन व्यवस्था आदि को सुधारने की  बात कही. डीएम के औचक निरीक्षण को लेकर दूसरे स्कूल में भी प्रशासन सक्रिय दिखा. 


डीएम ने किया औचक निरीक्षण
डीएम हर्षिता माथुर ने जब से रायबरेली का चार्ज लिया है. तब से वो लगातार निरीक्षण कर रही हैं और व्यवस्थाओं को ढर्रे पर लाने की कोशिश कर रही हैं. जिसके चलते विभागों में उदासीन रहकर काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के होश उड़े हुए हैं. परिषदीय स्कूलों में कमियां पाए जाने पर उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह को तलब किया और उन्हें भी जरूरी निर्देश दिए हैं.  


अधिकारियों को दिए जरुरी निर्देश
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए डीएम ने कहा, आज हमने जगदीशपुर और गौरा बाजार के प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों का निरीक्षण किया है. यहां जो कमियां मिली हैं उन्हें ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही बीएसए और डीपीआरओ के माध्यम से भी जो कमियां पाई गई हैं, उनको पूरा करने के भी निर्देश दिए गए हैं.