रायबरेली: लोग अपनी जान हथेली पर रखकर जिस पुल से गुजर रहे थे उस पुल का लोकार्पण स्वयं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. पुल की हालत महज दो साल के अंदर जर्जर हो चुकी थी, लेकिन इस तरफ ना तो किसी सफेदपोश का ध्यान गया और ना ही प्रशासनिक अमले का. इस पर एबीपी गंगा की मुहिम रंग लाई. जैसे ही खबर चली जिलाधिकारी ने पुल का निरीक्षण कर जिम्मेदारों को जमकर फटकार लगाई और मरम्मत के निर्देश दिए. मामला रायबरेली के मामा चौराहे स्थित उपरिगामी सेतु का है.
मामा चौराहा स्थित उपरिगामी सेतु का लोकार्पण देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 दिसंबर 2018 को किया था लेकिन इस पुल की हालत बद से बदतर होती गई और 2 साल के अंदर यह पुल जर्जर अवस्था में आ गया. इस पर से गुजरने वाले लोगों को अपनी जान हथेली पर रखकर आना जाना पड़ता था. एबीपी पर खबर चलने के बाद जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने पूरे अमले के साथ ग्राउंड जीरो पर जाकर निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान ज्वाइंटर के पास बड़े-बड़े गड्ढे देखकर डीएम खुद गुस्से से लाल पीले हो गए. जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने तत्काल रूट डायवर्जन कर पुल के मरम्मत के निर्देश दिए. इतना ही नहीं कार्यदायी संस्था पर कार्यवाही की बात भी कही.
ज्वाइंटर को बदलने के लिए कामगार जुटे
जिलाधिकारी के निर्देश के बाद आनन-फानन में पुल के मरम्मत का कार्य शुरू हो चुका है. ज्वाइंटर को बदलने के लिए कामगार जुट गए हैं और दोनों तरफ से पुल को बंद कर के दिन-रात मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है.
बताते चलें के ज्वाइंटर के पास लगी हुई लोहे की पटरियां उखड़ कर बाहर हो चुकी थी और वहां लगभग एक फीट की गैपिंग आ चुकी थी. जो उधर से गुजरने वाले वाहनों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन कर सामने आया था. लेकिन जिलाधिकारी के निर्देश के बाद उस पर मरम्मत का कार्य शुरू हो चुका है. आने वाले 15 से 20 दिनों में मरम्मत कार्य पूर्ण होने की संभावना जताई जा रही है. इसके बाद लोगों का आवागमन निश्चित तौर पर सुरक्षित होगा.
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