Raebareli News: बहुचर्चित आदित्य हत्याकांड (Aditya Murder case) के आरोपियों पर गवाहों को धमकाने का मुकदमा दर्ज किया गया है. आदित्य हत्याकांड के वादी ने आरोपियों पर झूठी गवाही देने के लिए धमकी देने का आरोप लगाया है. आरोपियों में बीते विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट से सदर विधानसभा से चुनाव लड़ने वाला आरपी यादव भी शामिल है. कुल 14 लोगों पर शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. महाराजगंज थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर निवासी प्रदीप कुमार सिंह ने थाने में तहरीर दी. जिसमें आरोप लगाया गया कि 9 अक्टूबर सन 2019 को मेरे बेटे आदित्य सिंह की आर पी यादव सहित अन्य लोगों ने हत्या कर दी थी. जिसका केस जिला न्यायालय में विचाराधीन है. 


क्या है पूरा मामला?
जिला न्यायालय में चार्ज लगने हेतु तारीख लगी थी और जैसे ही केस को चार्ज पर लगाने का आदेश दिया गया. उसी समय हत्या के इस केस के आरोपी गण राम प्रताप यादव, अभिषेक, हर्षित, अतुल तिवारी, सुरेश यादव,  रामकृष्ण यादव सहित 14 लोगों ने जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि झूठी गवाही देकर केस खत्म कर दो.जिस पर गवाह को धमकाने के मामले में आरपी यादव सहित कुल 14 लोगों पर नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है. 9 अक्टूबर सन 2019 को सिकंदरपुर निवासी आदित्य सिंह की हत्या कर दी गई थी. जिसमें सोमू ढाबा के संचालक सुरेश यादव , पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी आर पी यादव सहित लगभग एक दर्जन लोग नामजद किए गए थे.


यह भी पढ़ें:- UP Politics: दिग्गजों को भी धूल चटाते हैं फूलपुर के वोटर, लोहिया-कांशीराम समेत इनको मिली मात तो कईयों ने लहराया परचम


14 लोगों पर दर्ज की गई एफआईआर
लगभग दो साल बीतने के बाद आरोपियों की जमानत हुई. उसी केस में गवाह को झूठी गवाही देकर केस खत्म करने की धमकी देने का आरोप लगा है. जिस पर शहर कोतवाली में संबंधित धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है.मुकदमा दर्ज होने के बाद रायबरेली का सियासी तापमान बढ़ गया है. आदित्य हत्याकांड के जो वादी है वह कोर्ट में प्रस्तुत हुए थे.उनके द्वारा प्रार्थना पत्र थाने पर दिया गया था कि आरपी यादव और उनके साथी द्वारा धमकी दी गई है. उनकी तहरीर पर थाना कोतवाली में आरपी यादव सहित 14 लोगों पर एफआईआर पंजीकृत की गई है.


यह भी पढ़ें:- Shrikant Tyagi Case: श्रीकांत त्यागी को राहत, करीब डेढ़ महीने बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली जमानत