Raebareli News: रायबरेली (Raebareli) में आबकारी और पुलिस विभाग की उदासीनता और मिलीभगत की वजह से खुलेआम अवैध कच्ची शराब की भट्ठियां धधक रही हैं. गांव में सार्वजनिक रूप से अवैध कच्ची शराब बनाकर बेचने का धड़ल्ले से काम किया जा रहा है. जिस पर न तो आबकारी विभाग ही कोई कार्रवाई कर रहा है और न ही स्थानीय पुलिस इस पर कोई कदम उठा रही है. भदोखर थाना क्षेत्र के कस्बे सहित लगभग एक दर्जन गांवों में अवैध कच्ची शराब की भट्ठियां धधक रही हैं.


भदोखर थाना क्षेत्र के भदोखर, कबूली का पुरवा, भुएमऊ सहित लगभग एक दर्जन गांवों में अवैध शराब की भट्ठियां धधक रही है और शराब व्यापारी खुलेआम कच्ची शराब बनाकर बेचने का काम कर रहे हैं. जिस पर न तो स्थानीय पुलिस ही कोई रोकथाम लगा पा रही है और ना ही आबकारी विभाग ही कोई कदम उठा रहा है.


क्या है पूरा मामला?
कच्ची शराब के व्यापारी पूरा सिस्टम बनाकर घर के ही छोटे-छोटे बच्चों को भट्टी के पास तैनात कर देते हैं और उन्हें रखवाली का जिम्मा देखकर खुद आसपास छिप जाते हैं, लेकिन जिस तरह भदोखर थाना क्षेत्र में खुलेआम अवैध शराब की भट्ठियां चल रही हैं. इससे विभाग की संलिप्तता साफ जाहिर होती है. यही कारण है कि इस पर अंकुश लगाने में आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस पूरी तरह नाकाम है.


आबकारी विभाग की लचर कार्यप्रणाली की वजह से अवैध शराब का धंधा फल-फूल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में यह एक कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है. बीते जनवरी में जहरीली शराब पीने से एक दर्जन से अधिक लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है.अभी एक साल भी नहीं बीता लेकिन आबकारी विभाग ने फिर अपने पुराने ढर्रे पर चलना शुरू कर दिया है. जिला आबकारी अधिकारी की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में है. बड़ी-बड़ी बातें करने वाले जिला आबकारी अधिकारी से जिला नहीं संभल रहा है. यही कारण है कि पूरे जनपद से अवैध शराब को लेकर लगातार शिकायतें आ रही है.चाहे वह कच्ची शराब के बनने वा बिकने का मामला हो या फिर अंग्रेजी और बियर के असली और नकली का खेल हो.


यह भी पढ़ें:-


Watch: मैनपुरी में जीत के बाद लखनऊ में लगे शिवपाल यादव के बड़े-बड़े पोस्टर, सपा कार्यालय के बाहर जश्न का माहौल