रायबरेली. जिले की पुलिस ने अंतर्जनपदीय एटीएम ठगों के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बड़ा खुलासा किया है. ठगों का यह गिरोह एटीएम का क्लोन बनाकर पैसे ठगने का काम तो करता ही था, साथ ही स्वैप मशीन से भी पैसे निकालने का काम गिरोह में खूब चलता था. सलोन व डीह पुलिस ने संयुक्त रुप से दो एटीएम ठगों को गिरफ्तार किया जबकि दो अभी फरार बताए जा रहे हैं.


दो ठग पुलिस के हत्थे चढ़े, दो फरार


जनपद में एटीएम ठगी का शिकार आए दिन लोग हो रहे थे. जिसके चलते रायबरेली की पुलिस सक्रिय हुई और स्वाट प्रभारी अमरेश त्रिपाठी की निगरानी में टीमें ठगों के पीछे लग गयी. जिसका नतीजा शनिवार को देखने को मिला. सलोन थाना अध्यक्ष पंकज त्रिपाठी ने टीम के साथ ठगों को चारों तरफ से घेर लिया. जिसमें दो ठग तो पुलिस गिरफ्त में आए बाकी दो ठग मौके से फरार होने में सफल रहे.


इस तरह फंसाते थे शिकार


एटीएम ठगों का गिरोह एटीएम से पैसा निकालने वाले लोगों के पास पहुंचता था और वहां गिरोह का दूसरा सदस्य एटीएम से पैसे निकालने वाले व्यक्ति को अपनी बातों में उलझा लेता था. उसी समय पहले व्यक्ति द्वारा एटीएम से पैसे निकालने वाले को अपनी बातों में उलझा लेते थे और गैंग का दूसरा सदस्य मशीन में कार्ड स्वैप कर लेता था और उसका प्रिंट लेकर निकल जाता था, जबकि पहला व्यक्ति एटीएम का कोड देख लेता था. घर पहुंचकर लैपटॉप में तकनीक के माध्यम से उसके एटीएम का क्लोन बनाया जाता था और उससे पैसे निकाले जाते थे. इतना ही नहीं जिस स्वैप मशीन से कार्ड स्वैप हुआ उस में कोड डालकर खरीदारी व पैसे निकालने का काम भी गिरोह द्वारा बखूबी किया जाता था.


38 हजार नगद मिले


गिरफ्तार अभियुक्त रजक अली निवासी बछवल थाना लालगंज अझारा व धीरज पुत्र देवता दीन निवासी पूरे जमाई थाना लालगंज अझारा जनपद प्रतापगढ़ के पास से एक अदद 12 बोर तमंचा, जिंदा कारतूस, एटीएम कार्ड, फर्जी डीएसपी की आईडेंटिटी कार्ड ,स्वैप मशीन सहित 38 हजार नगदी बरामद हुई.


पुलिस अधिकारी का फर्जी परिचय पत्र रखते थे


एटीएम ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य इतने शातिर निकले कि फर्जी डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस का परिचय पत्र भी अपने साथ रखते थे और जरूरत पड़ने पर उसी परिचय पत्र के साथ लोगों को अदब में भी रखने का प्रयास एटीएम ठगों द्वारा किया जाता था. फिलहाल पुलिस ने दो को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अभी पुलिस की पहुंच से दूर हैं.


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