UP Zila Panchayat Chunav 2021: रायबरेली में बीजेपी की रंजना चौधरी और कांग्रेस की आरती सिंह के बीच मुकाबला है. लेकिन बीजेपी की रंजना चौधरी की बात करें तो वह ऊंचाहार के रोहनिया से जिला पंचायत सदस्य बनीं हैं. बीजेपी नेतृत्व ने आपसी सहमति से ही रंजना चौधरी का नाम तय किया है. रंजना चौधरी को जिताने की जिम्मेदारी नंद गोपालनंदी के कंधों पर है जिन्हें रायबरेली का प्रभारी बनाया गया है.
कांग्रेस उम्मीदवार आरती सिंह की मजबूत दावेदारी
वहीं कांग्रेस उम्मीदवार आरती सिंह की बात करें तो वह पूर्व कांग्रेस सांसद अशोक सिंह की बहू हैं. सपा ने आरती सिंह को समर्थन दिया है. क्योंकि रायबरेली में सपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. यही वजह है कि आरती सिंह का दावा मजबूत नजर आ रहा है. लेकिन रायबरेली का गणित क्या कहता है पहले उसे भी समझ लीजिए.
रायबरेली सीट का गणित
- कुल सदस्य- 52
- जीत के लिए- 27
- बीजेपी-08
- एसपी- 15
- कांग्रेस-12
- निर्दलीय-17
रायबरेली में सपा और कांग्रेस के सदस्यों को मिला कर बहुमत का आंकड़ा पूरा तो हो रहा है. लेकिन चुनाव के वक्त अगर एक दो सदस्य भी इधर उधर हो गए तो बाजी किसी भी तरफ झुक सकती है.
बता दें, उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए जिनमें इटावा जिले को छोड़कर 21 निर्वाचित अध्यक्ष सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के हैं. इटावा में समाजवादी पार्टी को जीत मिली है. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने मंगलवार को बताया था कि प्रदेश के 22 जिलों- सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतम बुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत और शाहजहांपुर में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है.
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