UP Politics: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा फिलहाल उत्तर प्रदेश में है. यह यात्रा जल्द ही कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की संसदीय सीट रायबरेली पहुंचेगी. इस पहले यहां पार्टी को तगड़ा झटका लगेगा. जानकारी के अनुसार 20 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.  रायबरेली के सालोन में आज करीब 20 से ज्यादा कांग्रेस के जिलास्तर के नेता और कार्यकर्ता भाजपा में शामिल होंगे. इस दौरान केंद्रीय मंत्री और अमेठी सांसद स्मृति ईरानी के भी मौजूद रहने की सूचना है.


दीगर है कि यहां से सांसद रहीं सोनिया गांधी ने भी अब राज्यसभा का रुख कर लिया है. बीते हफ्ते सोनिया ने राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन किया, जहां से उनका निर्वाचन तय माना जा रहा है.


उधर, राहुल गांधी, भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर निकले हुए हैं. यह यात्रा 6 दिन यूपी में रहेगी. फिलहाल यात्रा प्रयागराज से अमेठी की ओर बढ़ी है. 


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रायबरेली से कौन लड़ेगा चुनाव?
कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा चुनाव लड़ने के बाद से रायबरेली में उनकी जगह कौन चुनाव लड़ेगा, इसकी चर्चा तेज हो गई है. सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की हो रही हैं कि रायबरेली से प्रियंका गांधी को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है.


राजनीतिक जानकर कहते हैं कि रायबरेली और अमेठी का गांधी परिवार से काफी पुराना नाता रहा है. इसी कारण इन सीटों पर पारिवारिक लोग ही अपनी किस्मत आजमाते रहे हैं. क़यास लग रहे हैं कि प्रियंका गांधी यहां से चुनाव लड़ सकती हैं. वह यूपी कांग्रेस की प्रभारी रही हैं और अमेठी और रायबरेली में काफ़ी एक्टिव भी रही है. सोनिया गांधी की अनुपस्थित में उन्होंने रायबरेली का दौरा कर वहां के लोगों से मिलती भी रही हैं.


कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि निश्चित तौर पर रायबरेली गांधी परिवार से ही कोई लड़ेगा. अमेठी-रायबरेली से गांधी परिवार का कई पीढ़ियों का नाता रहा है. यह दोनों सीटें परिवार के पास ही रहेंगी. वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक प्रसून पांडेय कहते हैं कि रायबरेली सीट कांग्रेस के लिए काफी महत्वपूर्ण है. 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को यूपी में सिर्फ दो ही सीटें मिली थीं-अमेठी और रायबरेली. 2019 में राहुल गांधी अमेठी से हार गए और कांग्रेस को सिर्फ रायबरेली सीट पर ही जीत मिली.


अब 2024 में अगर गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ता है, तो यह सीट भी हाथ से निकल सकती है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी यह सीट अपने परिवार के पास ही रखना चाहेगी. गांधी परिवार के साथ यहां के लोगों का लगाव अटूट माना जाता है. इसी भरोसे को देखते हुए प्रियंका के चुनावी मैदान में उतरने की अटकलें अब और तेज हाे गई हैं. लंबे समय से गांधी परिवार के ही किसी न किसी सदस्य की यहां से दावेदारी होती रही है.