कोरोना के बढ़ते संक्रमण और लोगों के आवागमन पर है रेलवे की नजर, जानें- किस तरह की है तैयारी
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच नार्दन रेलवे सीपीआरओ दीपक कुमार ने कहा है कि फिलहाल स्टेशन पर पलायन नहीं दिख रहा है. नई दिल्ली और आनंद विहार स्टेशन पर स्थिति सामान्य है.
नई दिल्ली: नार्दन रेलवे सीपीआरओ दीपक कुमार ने कोरोना महामारी में घर जा रहे यात्रियों को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा हमें फिलहाल स्टेशन पर पलायन नहीं दिख रहा है. नई दिल्ली और आनंद विहार स्टेशन पर स्थिति सामान्य है. हमारे यहां से प्रतिदिन 160 ट्रेनें चलती हैं. दीपक कुमार ने कहा कि अगर एक ट्रेन से 1200 लोग भी यात्रा करते है तो एक लाख 70 हजार लोग यात्रा कर सकते हैं. अभी नॉर्मल रश है, उससे भी थोड़ा कम ही है. केंद्र सरकार ने भी अपील की है कि बेवजह कोई यात्रा न करे. लोग कोरोना प्रोटोकॉल फॉलो कर रहे है.
रोज होती है वेटिंग लिस्ट की मॉनिटरिंग
दीपक कुमार ने कहा कि हमारी तरफ से रोज वेटिंग लिस्ट मॉनिटर की जा रही है. वेटिंग जहां से ज्यादा मिलती है वहां के लिए स्पेशल ट्रेन चलाते हैं. वेटिंग लिस्ट बढ़ेगी तो ट्रेनें चलेंगी. दिल्ली के स्टेशनों पर सफाई चल रही है. सैनिटाइजेशन के साथ-साथ सभी नियमों का पालन किया जा रहा है. स्टेशन में एंटर करते ही टिकट चेक किया जाता है. स्टेशन में थर्मल कैमरे लगे हैं. जगह-जगह जांच की जा रही है.
प्रवासी मजदूरों को लेकर दिशानिर्देश जारी
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बीते 24 घंटों में कोविड के 27426 नए मामले सामने आए हैं. प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) ने प्रदेश में प्रवासी मजदूरों के लौटने पर उन्हें क्वारंटीन करने को लेकर दिशानिर्देश जारी किए. लक्षण वाले जो व्यक्ति संक्रमित नहीं पाए जाते उन्हें 14 दिन और बिना लक्षण वाले लोगों को 7 दिन के लिए होम क्वारंटीन में भेजा जाएगा.
व्यवस्था सरकार करेगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद जिला अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया गया है. अब सभी जिलों में प्रवासी मजदूरों की आरटी-पीसीआर जांच के साथ चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष रणनीति के तहत युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश के हर जिले में क्वारंटाइन सेंटर के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम इन प्रवासी मजदूरों की आरटी-पीसीआर जांच करेगी. जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव होगी, उन मजदूरों के भोजन, क्वारंटाइन और दवाओं की व्यवस्था सरकार करेगी. इसके साथ ही आइसोलेशन सेंटर में 14 दिन निगरानी के बाद इन प्रवासी मजदूरों को उनके होम डिस्ट्रिक्ट पहुंचाया जाएगा.
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