Railway Group-D Exam: दीपचंद की जगह परीक्षा दे रहा था सॉल्वर गैंग का सदस्य पंकज कुमार, 8 गिरफ्तार
Gorakhpur Crime News: गोरखपुर में पुलिस और एसटीएफ ने रेलवे ग्रुप डी की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में दूसरे की जगह परीक्षा दिला रहे सॉल्वर गैंग के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
Railway Group-D Exam: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) में पुलिस (Police) और एसटीएफ (STF) ने रेलवे ग्रुप डी (Railway Group-D) की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा (Online Recruitment Exam) में दूसरे की जगह परीक्षा दिला रहे सॉल्वर गैंग (Solver Gang) के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनमें चार सदस्यों को एसटीएफ और चार की गिरफ्तारी गोरखपुर पुलिस के द्वारा की गई है. सॉल्वर गैंग के सभी सदस्यों की गिरफ्तारी मंगलवार को परीक्षा के दौरान गीडा थानाक्षेत्र के नौसड़ स्थित स्वस्तिक ऑनलाइन सेंटर से की गई. आरोपियों में चार गोरखपुर (Gorakhpur), दो बिहार (Bihar) और दो आरोपी देवरिया (Deoria) और रायबरेली (Raebareli) के हैं. हालांकि इसका मुख्य आरोपी श्रीराम पुलिस की गिरफ्त से फरार है.
पुलिस के हत्थे चढ़े सॉल्वर गैंग के 4 लोग
गोरखपुर के एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बुधवार को पुलिस लाइंस सभागार में घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित ग्रुप डी की ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षा में साल्वर गैंग के चार सदस्यों को स्वाट टीम और गीडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस गैंग का लीडर रेलवे का लोकोपायलट श्रीराम है. जो आगरा में तैनात है. वो अभी फरार चल रहा है. इनमें से एक पंकज कुमार को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया जो बिहार के नवादा जिले का रहने वाला है. मंगलवार को रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा में पुलिस ने सॉल्वर गैंग के पंकज कुमार को गिरफ्तार किया जो बिहार के नवादा जिले का रहने वाला है.
दीपचंद की जगह परीक्षा दे रहा था पंकज
पंकज फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्रवेश पत्र पर फोटो बदलकर गोरखपुर खोराबार थानाक्षेत्र के सिसवा चनकापुर के रहने वाले दीपचन्द की जगह पर परीक्षा दे रहा था. पुलिस ने दीपचन्द को भी गिरफ्तार किया है. इनके अलावा दो अन्य आरोपियों इन्द्रजीत पासवान और संदीप पासवान को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से फर्जी दस्तावेज और आधार कार्ड बरामद किया है. जिस पर किसी दूसरे का नाम है. पुलिस को इनके पास से नौ प्रवेश पत्र, आधार कार्ड, फर्जी हस्ताक्षर की छायाप्रति, मोबाइल स्क्रीन शॉट की छायाप्रति, दो मोटरसाइकिल और पांच मोबाइल बरामद हुए हैं.
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. ये परीक्षार्थी से 10 लाख रुपये वसूलते थे इसमें से परीक्षा देने वाले सॉल्वर को डेढ़ लाख रुपये दिए गए थे.
बुधवार को सॉल्वर गैंग के चार और सदस्य गिरफ्तार
बुधवार को ही एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट ने भी सॉल्वर गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनकी गिरफ्तारी भी गीडा थानाक्षेत्र के नौसड़ स्वास्तिक आनलाइन परीक्षा केन्द्र से हुई है. आरोपियों की पहचान पटना के रंजीत कुमार, देवरिया के अखिलेश्वर सिंह, गोरखपुर के खोराबार थानाक्षेत्र के मिथिलेश कुमार और रायबरेली के रामनरेश के रूप में हुई है. इनमें मिथिलेश परीक्षार्थी है. इस मामले का मुख्य आरोपी श्रीराम फरार बताया जा रहा है. पुलिस को इनके पास से भी फर्जी पहचान पत्र, आधार कार्ड, फर्जी प्रवेश पत्र, रफशीट, मोहर, 6 मोबाइल, फेविकोल और मेकअप का सामान और विग बरामद हुआ है.
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