बागेश्वर, एबीपी गंगा। बागेश्वर जिले में पिछले एक सप्ताह से मौसम में उतार-चढ़ाव दिख रहा है। जिला मुख्यालय बागेश्वर सहित जिले की विभिन्न तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में कभी मौसम खुल रहा है तो कभी गर्जना के साथ ओलावृष्टि और झमाझम बारिश हो रही है। जिससे किसानों की खेतों में तैयार गेंहू की फसल को भी नुकसान हो रहा है।


25 अप्रैल को दोपहर बाद ज़िले में अचानक मौसम ने करवट बदली, तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि तेज बारिश हुई। जिले के कपकोट, गरुड़, कांडा, कफलिग़ैर, दुगनाकुरी, शामा आदि तहसीलो में गेहूं व अन्य नक़दी फसलों एवं उत्पादित पहाड़ी फलों को भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं भारी बारिश के चलते बागेश्वर नगर पालिका के मंडलशेरा वार्ड में छोटे नाले उफ़न आए, अमुमन ऐसा नजारा बरसात में देखने को मिलता है। पर्यावरण में इस वर्ष बदलाव के चलते अप्रैल महीने में बरसात देखने को मिल रही है। लोग भी हैरान है। अप्रैल में ठंड बनी हुई है। लॉक डाऊन के चलते मौसम में भी भारी परिवर्तन देखने को मिल रहा है। जिसका खामियाजा कास्तकारों को भुगतना पड़ रहा है।


वहीं बेमौसम बारिश ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी। खेतों में खड़ी गेहूं की फसलें ओलावृष्टि के चलते खराब हो गई हैं। साथ ही अन्य नकदी फसलें चना, मसूर, दालों व पहाड़ी फलों खुमानी, अखरोट को नुकसान पहुंचा है। कृषि विभाग के फ़ील्ड कर्मचारियों से हमारी नुकसान फ़सलों का आकलन करने को कहा। जिला पंचायत प्रतिनिधियों व किसानों ने राज्य सरकार, जिला प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की। किसानों को उनकी फसलों का जल्द नुकसान का आंकलन कर उनको मुआवजा वितरित किया जाए।