Uttarakhand Weather Update: केदारनाथ में हुई बारिश से उत्तराखंड में मिली गर्मी से राहत, जानें- अपने इलाके के मौसम का हाल
Uttarakhand में हुई बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. वहीं मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों में कुमाऊं में बारिश के आसार है और मैदानी इलाकों में भी तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.
Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में पड़ रही भीषण गर्मी से राहत मिलने के आसार हैं. सुबह छह बजे से ही राजधानी देहरादून सहित कई इलाकों में धूप खिल थी. वहीं दोपहर बाद केदारनाथ में मौसम ने करवट ली और बारिश शुरू हो गई. मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को पर्वतीय क्षेत्रों में तेज बारिश की संभावना है. जिससे मैदानी इलाकों में पड़ रही गर्मी से भी कुछ राहत मिलने के आसार हैं.
मौसम विभाग के अनुसार आज बुधवार को पर्वतीय क्षेत्रों में गर्जन के साथ तेज बौछारें पड़ने की आशंका है. जबकि, मैदानी इलाकों में 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है. वहीं गुरुवार और शुक्रवार को कुमाऊं में भारी बारिश की चेतावनी है और मैदानी इलाकों में भी तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.
हरिद्वार जिले में अगले चार-पांच दिनों तक हल्के बादल
हरिद्वार जिले के नागरिकों को 16 जून से भीषण गर्मी से राहत मिलेगी. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 16 से लेकर 19 जून तक जिले में हल्के से मध्यम बादल छाने और बारिश होने का पूर्वानुमान है. हरिद्वार जिले में अगले चार-पांच दिन हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे. वहीं 16 से लेकर 19 जून तक क्रमश: एक मिमी, 12 मिमी, पांच मिमी और दो मिमी बरसात का पूवार्नुमान है.
16 जून को कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने, तीव्र बौछारें पड़ने और आंधी-तूफान आने की संभावना है. 17 जून को कुछ जगहों पर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी. वहीं रुड़की में भी हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे. साथ ही 16 जून को 2.8 मिमी, 17 जून को 16.8 मिमी, 18 जून को 5.4 मिमी और 19 जून को 2.2 मिमी बरसात का अनुमान है.
किसान फसलों में कीटनाशक का छिड़काव न करें
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन विभाग में संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना के तकनीकी अधिकारी डा. अरविंद कुमार श्रीवास्तव के अनुसार अगले दो-तीन दिन हल्की से मध्यम बरसात की संभावना को देखते हुए किसान इस अवधि में खेतों में खड़ी फसलों में कीटनाशक रसायनों के छिड़काव से बचें.