Gorakhpur Roads After Rain: गोरखपुर (Gorakhpur) में बरसात (Rain) के बाद सड़क (Road) पर बने गड्ढे (potholes) लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गए हैं. शहर का पॉश एरिया हो या फिर खास मोहल्ले, सड़क पर बने गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं. बाइक, चार पहिया वाहन और ई-रिक्शा तक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. सड़क से लेकर मुख्य चौराहों तक सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे दिखाई दे रहे हैं.
बेहाल है सड़कों का हाल
गोरखपुर की सड़कों का बरसात के बाद से हाल बेहाल है. जलभराव के बाद सड़क पर बने गड्ढों की वजह से आए दिन दुर्घटनएं हो रही हैं. शहर के टाउनहाल, घोषकंपनी, सुमेर सागर, आर्यनगर, धर्मशाला, जटाशंकर, विजय चौक, तरंग पुल, सूर्यकुंड समेत शहर के अधिकतर सड़कों का यही हाल है. आर्यनगर चौराहा से तरंग पुल जाने वाले रास्ते पर सड़क पर महीनों से बने गड्ढे आए दिन हादसे को दावत दे रहे हैं.
करना पड़ रहा है मुश्किलों का सामना
गोरखपुर के गायत्रीपुरम के रहने वाले संदीप श्रीवास्तव बताते हैं कि उन्हें 10 से 15 गड्ढे यहां पर दिखाई दे रहे हैं. वो रोज यहां से होकर जाते हैं. संदीप बताते हैं कि वो साल भर से यहां पर गड्ढे देख रहे हैं, रोज हादसे का डर लगता है. संदीप श्रीवास्तव की पत्नी अनुराधा श्रीवास्तव बताती हैं कि वो रोज यहां से पति के साथ बाइक से काम पर जाती हैं. यहां पर काफी गड्ढे हैं. उन्हें रोज ये डर लगता है कि कहीं वे गिर ना जाएं. एक बार वो गिर भी चुकी हैं. गड्ढों मे गंदा पानी भरा है जिसकी वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
बना रहता है हादसे का डर
गोरखपुर के रहने वाले चांद, सुमित और अली अहमद ऑटो चालक हैं. वो रोज आर्यनगर, जटाशंकर और सुमेर सागर से होकर गुजरते हैं. वो बताते हैं कि यहां कई महीनों से गड्ढे हैं. वो बताते हैं कि आए दिन गाड़ियां पलट रही है. रोज डर लगता है कि यहां पर वाहन पलट न जाए. एक बार उनका ई-रिक्शा पलट भी चुका है. शोएब ई-रिक्शा से काम पर जा रहे हैं. वे रसूलपुर के रहने वाले हैं. वो बताते हैं कि सड़क पर काफी गड्ढे हैं. मुसीबतों का सामना करना पड़ कहा है साथ ही ई-रिक्शा पर भी बैठने में डर लगता है. बरसात के मौसम में दिक्कत और भी बढ़ जाती है.
सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं
सूर्यकुंड के रहने वाले अभिषेक उपाध्याय से बात करने पर उन्होंने बताया कि सूर्यकुंड से लेकर सुमेर सागर तक गड्ढे ही गड्ढे हैं. वो शिकायत करने की सोच रहे थे. अभिषेकबताते हैं कि बाइक सवार लोगों के लिए और डर है. गड्ढे में पानी भरा हो तो बाइक वाले दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. चार साल से गोरखपुर में हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए.
गड्ढे भरे गए थे, लेकिन फिर वैसे ही हो गए
हुमायूंपुर के रहने वाले रवि प्रसाद गुप्ता बताते हैं कि सुमेर सागर पर वो काफी दिनों से गड्ढे दिख रहे हैं. गड्ढे भरे गए थे, लेकिन फिर वैसे ही हो गए. ऑटो, रिक्शा और बाइक से भी गिरने का डर लगता है. शहजान बताते हैं कि वो गोरखनाथ के रहने वाले हैं. तरंग क्रासिंग से लेकर गोरखनाथ तक पूरा गड्ढा दिखाई दे रहा है. वो कहते हैं कि यहां पर गड्ढों की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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