UP News: उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश से खेत जलमग्न हो गए हैं. पानी अधिक होने के कारण फसलों को खासा नुकसान हुआ है. नदियां-नहरें जलमग्न हैं. किसानों ने सबसे ज्यादा नुकसान धान की फसल को बताया है. वहीं मौसम की मार झेल रहे किसानों को लेकर विपक्ष के नेता और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सरकार से मुआवजा देने को कहा है. बता दें कि धान को हुए नुकसान से अगले साल इसकी कीमतों में बंपर उछाल आ सकता है. उधर किसानों को नुकसान होता देख योगी सरकार भी अलर्ट मोड पर है.


अखिलेश यादव ने की मुआवजे की मांग


अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि 'उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश से या कुछ हिस्सों में सूखा पड़ने से जो भारी नुक़सान किसानों को हुआ है, उसके लिए सरकार तुरंत मुआवज़ा घोषित करे. जब मुख्यमंत्री जी का अपना ही कार्यक्रम भारी वर्षा की वजह से रद्द हो गया तो उन्हें राहत देने के लिए और किस प्रमाण की प्रतीक्षा है.' इस बार की बारिश में सबसे अधिक नुकसान धान को ही बताया जा रहा है. खेतों में भरा पानी देखकर किसान के आंसू निकल रहे हैं.



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राज्य के किसान परेशान


उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर निवासी किसान गप्पी पंडित ने बताया कि गहना गोवर्धनपुर गांव में करीब 800 बीघा फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है. धान सूख गया था, बस कटने ही वाला था. दो दिन की बारिश में धान जमीन पर गिर गया है. बारिश से वह काला पड़ जाएगा. काले चावल को मंडी में कोई नहीं पूछता. मंडी में जो भाव किसान को मिलने चाहिए. वह नहीं मिलेंगे. हापुड़ के किसान राजेश ने बताया कि दो दिन की बारिश से सभी फसलों को नुकसान हुआ है. बुलंदशहर की जहांगीराबाद मंडी में वरिष्ठ आढ़ती योगेश गोयल ने बताया कि धान का भाव करीब 3750 प्रति क्विंटल है. बारिश से धान को नुकसान हुआ है.इससे धान की कीमतें बढ़ सकती हैं.


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