Rain in Ayodhya: अयोध्या में मानसून की पहली बारिश में जो हाल हुआ, जगह-जगह पानी भर गयी. नई सड़कों पर गड्ढे देखने को मिले. जिसकी वजह से प्रदेश सरकार और प्रशासन को काफी किरकिरी का सामना करना पड़ा हैं. वहीं दूसरी तरफ बारिश की वजह से सरयू नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है. जिसके चलते अब बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है. जिसे लेकर प्रशासन की ओर से तैयारियां तेज हो गई हैं. अयोध्या के डीएम नितिश कुमार ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. 


अयोध्या के ज़िलाधिकारी ने कहा कि जनपद में 23 जून से 7 जुलाई तक पंद्रह दिनों में लगभग 624 mm बारिश हुई है. जोकि औसत मासिक वर्षा 1067 का लगभग 58 परसेंट हैं. बहुत कम समय में काफी बारिश हुई है. जिसके बाद हम लोगों ने अयोध्या के ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में यहां पर आबादी बढ़ी हैं लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. रोजाना नए मकान बन रहे हैं. बहुत सारे एरिया कवर हो रहे हैं. इसको देखते हुए ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है जिन इलाकों में पानी भर रहा है वहां ड्रेनेज बनाई जा रही है. 



सरयू के बढ़े जलस्तर को लेकर की तैयारी
सरयू नदी के बढ़े जलस्तर को लेकर डीएम ने कहा कि सरयू के बढ़ते जलस्तर पर भी लगातार नजर रखी जा रही है. जगह-जगह पर बाढ़ चौकियों को स्थापित किया गया है. बाढ़ की पूर्व तैयारी कर ली गई है. अनाज मंडी और राहत सामग्री का टेंडर अभी से कर दिया गया है. इस तरह की कोई स्थिति बनती है तो हम पहले से तैयार हैं. बोट के इंतजाम कर लिए गए हैं. 
 
ज़िलाधिकारी ने बताया कि सरयू के किनारे गोताखोरों की नियुक्ति कर दी गई है. हमारे पास पर्याप्त नाव हैं. हम दूसरे जिलों को भी नाव देते हैं. यहां एसडीआरएफ की टीम भी तैनात है. हमने मजबूत तैयारी की है. बता दें कि अयोध्या में मानसून की पहली ही बारिश में बुरा हाल हो गया है. जहां एक तरफ राम मंदिर की छत से पानी आ गया तो वहीं कई जगहों पर पानी भर गया था. राम मंदिर की ओर जाने वाले रामपथ की सड़क भी कई जगहों से घंस गई और गड्ढे हो गए. जिसे लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो गए थे और प्रदेश सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई.   


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