UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में उनके आवास पर उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य और राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह ने मुलाकात की थी. उनके साथ जनसत्ता दल के कई और नेताओं ने सीएम योगी से मुलाकात की. हालांकि अब इस मुलाकात पर राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह की प्रतिक्रिया आई है. 


भानवी सिंह ने कहा, 'माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आप हमारे आदरणीय हैं. आप राज्य के मुखिया के नाते किसी से भी मिल सकते हैं. लेकिन आप जिस शख़्श से मिल रहे हैं वे हमारे और हमारी बेटी के साथ इकोनॉमिक फ्रॉड के मामले में आरोपी भी हैं. इनके ऊपर आर्थिक अपराध शाखा दिल्ली में केस चल रहा है. लगातार मेरे और मेरी बेटी के खिलाफ अक्षय प्रताप सिंह षड्यंत्र कर रहे हैं.'


राजा भैया की पत्नी ने कहा, 'मैंने आपसे मिलने का कई बार समय माँगा लेकिन मुझे समय नहीं मिल पाया बल्कि आपके इस नंबर से +91 94544 10437 मुझे ब्लॉक भी कर दिया गया जिसके माध्यम से मैं संपर्क करके अपॉइंटमेंट माँग रही थी. लगता है आपके अधिकारी आपको गुमराह कर रहे हैं. जब मैं आपसे पहली बार मिली थी उसके बाद से अधिकारियों ने मेरा सहयोग करने के बजाय प्रतिकूल रुख अपना लिया.'



क्या किया दावा
उन्होंने कहा, "मेरे खिलाफ षड्यंत्र के तहत हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर करवाई गई और एफआईआर में झूठे आरोप लगाकर मेरी बेटी को भी घसीट लिया गया. आईओ की भूमिका के बारे में भी मैंने सार्वजनिक रूप से अधिकारियों को अवगत कराया. लेकिन न्याय नहीं हुआ बल्कि उल्टे एफआईआर कर दी गई. मुख्यमंत्री जी आप हम सबके पूरे प्रदेश के मुखिया हैं."


विधायक की पत्नी ने कहा, "मैं एक महिला भी हूँ और आपको पता है कि आज भी महिलाओं के लिए संघर्ष कई गुना ज़्यादा है. आपसे मैं संरक्षण और न्याय चाहती हूँ. विनम्र अनुरोध है कि आप मुझे समय देने की कृपा करें. कृपया मेरी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाये क्योंकि मेरे ख़िलाफ़ जिस तरह की साजिश रची जा रही है उससे मेरी सुरक्षा को भी गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है."




भानवी सिंह के बयान पर अक्षय प्रताप सिंह की प्रतिक्रिया


वहीं एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने भी भानवी सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा-"भानवी कुमारी जी,जिस EOW की आप बात कर रही हैं उसी को लिखे शिकायती पत्र में स्वयं आपकी माता जी आपके चरित्र का बखान कर रही हैं. आपकी मां श्रीमती मंजुल सिंह ने लिखा है “भानवी कुमारी सिंह से मैंने रिश्ता तोड़ लिया है, वो मेरी संपत्ति हथियाने के लिए लगातार मुझे प्रताड़ित करती रहती है. जायदाद हथियाने के लिये भानवी ने मेरे साथ शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी है. उसने मेरी बेटी होते हुए भी मेरे साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया है, कि मैं आज भी लगातार आतंक और भय के साये में जी रही हूं. आप हमेशा महिला अधिकारों की दुहाई देती रहती हैं, चंद रुपयों के लिए अपनी मां को मारने पीटने में आपका हाथ नहीं कांपा? श्रीमती मंजुल सिंह महिला नहीं हैं? माननीय मुख्यमंत्री जी की छवि और कार्यशैली बेदाग है, एक विरोधी राजनैतिक दल के इशारे पे उनकी छवि धूमिल करने का ये कुत्सित प्रयास बंद करें. राजनीति में आने का चस्का है तो खुलकर मैदान में आयें, पर्दे के पीछे से छल और प्रपंच से कुछ हासिल नहीं होने वाला है."


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