Rajasthan Political Crisis: राजस्थान कांग्रेस के सियासी संकट पर हरीश रावत बोले- 'कोई झगड़ा नहीं, सब ठीक हो जाएगा'
राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) में मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान के बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) की प्रतिक्रिया आई है.
Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) में मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान अब भी जारी है. राजधानी जयपुर (Jaipur) में रविवार देर रात तक इस मुद्दे को लेकर खींचतान चलती रही. जयपुर में सीएम आवास पर कांग्रेस लेजिस्लेचर पार्टी यानी CLP की मीटिंग होनी थी लेकिन ये मीटिंग कैंसिल हो गई. अब इस मसले पर उत्तराखंड (Uttarakhand) कांग्रेस (Congress) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) की प्रतिक्रिया आई है.
हरीश रावत ने कहा, "लोकतंत्र के अंदर कुछ बातें उठती हैं. कुछ विचार आते हैं, अशोक गहलोत हमारे बहुत बड़े नेता हैं. उनके ऊपर पार्टी का बहुत बड़ा भरोषा है. राजस्थान के दूसरे नेता भी पार्टी में बहुत बड़े नेता हैं. पार्टी उनकी तरफ सख्ती के लिए गई थी. ऐसे समय में जब भारत जोड़ो यात्रा के साथ पार्टी आगे बढ़ रही है. तो सारी लोकतांत्रिक ताकतें फिर कांग्रेस के पीछे आ गई हैं. ऐसे समय में राजस्थान कांग्रेस के हमारे नेता अपनी जिम्मेदारी को समझेंगे."
उन्होंने आगे कहा, "अंत में कांग्रेस अध्यक्ष जो निर्णय करेंगे, उसको सबकोई पार्टी में मानेंगे. पहले अपनी बात कहने का हक है लेकिन कोई दिक्कत नहीं होगी. सब ठीक हो जाएगा क्योंकि अशोक गहलोत और पूरी पार्टी ऐसा चाहती है."
जयंत चौधरी ने ट्वीट कर कही ये बात
इससे पहले जयंत चौधरी ने ट्वीट कर लिखा, "राजस्थान के सम्बंध में गठजोड़ को निभाने में ना हमने कोई कसर छोड़ी है और ना ही आज उसमें कोई परिवर्तन होगा. अगर कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव पश्चात कोई नया समीकरण बनता है तो राज्य में मुख्यमंत्री पद का फैसला भी कांग्रेस को लेना होगा." हालांकि राज्य में आरएलडी का केवल एक ही विधायक है. यहां सुभाष गर्ग आरएलडी से भरतपुर के विधायक हैं.
दूसरी ओर सीएम अशोक गहलोत गहलोत समर्थकों का कहना है कि नए सीएम का चयन कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद हो, साथ ही गहलोत की सहमति से हो. यही नहीं ये भी कहा गया है कि जो 102 विधायक संकट में कांग्रेस के साथ थे उन्हीं लोगों में से सीएम चुना जाए
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