Kalraj Mishra visits Ayodhya: राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र सोमवार को अयोध्या पहुंचे और उन्होंने सरयू के तट पर परिवार संग नदी की पूजा अर्चना किया, इसके बाद हनुमानगढ़ी पहुंचकर उनके परिवार ने पूजन किया, मगर सीढियां ज्यादा होने की वजह से कलराज मिश्र हनुमानगढ़ी के ऊपर नहीं जा पाए और उन्होंने हनुमानगढ़ी के निकास मार्ग पर ही प्रणाम कर आशीर्वाद लिया. राज्यपाल कलराज मिश्र रामलला के दरबार में भी गए जहां पर उन्होंने दर्शन पूजन किया और निर्माणाधीन मंदिर का अवलोकन भी किया.


प्रदेश के बड़े ब्राह्मण चेहरे में से एक कलराज मिश्र जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था और अब राजस्थान के राज्यपाल होने के बाद पहली बार अयोध्या पहुंचे थे. वह राम मंदिर निर्माण पर भावुक दिखे और उन्होंने कहा 'यह स्वर्णिम युग है, 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है. रामलला का मंदिर सांस्कृतिक एकता, राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सद्भाव का केंद्र बिंदु होगा. अंतरराष्ट्रीय सहयोग के आधार पर चलने वाले सभी देशों के अंदर परस्पर सद्भाव बने उसका केंद्र बिंदु होगा इस दृष्टि से यहां दर्शन करने आया हूं.'


राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि इस समय को इतिहास में स्वर्ण युग के रूप में माना जाएगा, अयोध्या में राम मंदिर के लिए राम भक्त 500 वर्षों तक संघर्ष करते रहे, राम मंदिर निर्माण की दृष्टि से वो सफल हो रहा है और मुहूर्त रूप धारण कर रहा है इससे ज्यादा और क्या हो सकता है कि रामलला का दर्शन करने के लिए भारत ही नहीं पूरा विश्व उत्कंठित होकर देख रहे हैं. मंदिर के निर्माण के बाद सभी लोग दर्शन करने के लिए यहां आएंगे.


राम मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान के बंसी पहाड़पुर से आ रहे पत्थरों पर बोलते हुए राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि 'राजस्थान में कई स्थानों से पत्थर आ रहे हैं, मैं माउंट टापू गया था. वहां के नजदीक जो कस्बे हैं, उन कस्बों से पत्थर आ रहा है. वहां शिल्पकार हैं वह लोग बता रहे थे, वहां के पत्थरो से यहां मंदिर का निर्माण हो रहा है, निश्चित रूप से बहुत ही अच्छी बात है.'


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