केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह इस बार लखनऊ से चुनाव मैदान में हैं। पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे अटल बिहारी वाजपेयी भी कभी इसी सीट से लोकसभा पहुंचे थे। अब राजनाथ सिंह लखनऊ के रास्ते लोकसभा पहुंचने की तैयारी में हैं। लखनऊ के अलावा भारतीय जनता पार्टी के लिए इस बार उत्तर प्रदेश में महागठबंधन भी एक चुनौती बनकर उभरा है। ऐसे में भाजपा, महागठबंधन को कितनी बड़ी चुनौती मानती है और प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी की सियासत पर क्या असर डालने वालीं हैं। इन्हीं सब सवालों के केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने एबीपी गंगा के संपादक राजकिशोर के सवालों के बेबाकी से जवाब दिए।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले चरण के बाद जो जो रुझान आ रहे हैं उन्हें लेकर वे बहुत ही आश्वस्त हूं कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी बहुत ही अच्छा परफॉर्म करेगी। और पार्टी की भी ये कोशिश है कि उनकी सीटें पिछली बार आई 73 सीटों से किसी भी सूरत में कम न हों।
गठबंधन से मिलने वाली चुनौती के सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन की जनता में विश्वनीयता नहीं है। उन्होने कहा कि जनता जानती है कि ये गठबंधन अस्वाभाविक है। यह केवल भारतीय जनता पार्टी सत्ता में न आने पाए, मोदी किसी भी सूरत में भारत के प्रधानमंत्री न बनने पाएं। इस तरह की नेगेटिव अप्रोच के साथ यह गठबंधन हुआ है। उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे नेगेटिव एजेंडे के साथ दोनों पार्टियों का वोट बैंक भी एक दूसरे को ट्रांसफर होगा। इस बात में संदेह है। राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है, ऐसे में यूपी में उनकी सीटें घटने की अपेक्षा नहीं है।
प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने और लगातार भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि वे कोई बड़ी चुनौती नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अब पढ़े लिखे मतदाताओं की संख्या बढ़ रही है और लोगों में राजनीतिक जागरूकता भी, ऐसे में लोग अब ग्लैमर पर मतदान नहीं करते वह लीडरशिप को देखकर मतदान करते हैं। प्रियंका गांधी की ओर से रोजगार के मुद्दे पर आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने आंखों में धूल झोंककर इस जनता को ठगा है और इनका विश्वास हासिल किया है। लेकिन हमारा मानना है कि जो जनता की आंखों में धूल झोंककर नहीं बल्कि आंखों में आंख डालकर राजनीति की जानी चाहिए।
अली-बजरंग बली पर ये बोले राजनाथ
चुनाव प्रचार के दौरान अली-बजरंग बली और पुलवामा, बालाकोट के नाम पर वोट की अपील को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जाति, पंथ, मजहब, धर्म के आधार पर भेदभाव पैदा करके देश को चलाना नहीं चाहती। वे सभी को साथ ले करके देश चलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हम सबको साथ लेकर नहीं चलेंगे। जब तक सशक्त भारत के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि भाजपा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के सिद्धांत का पालन करती है, जो कि वसुधैव कुटुंबकम के नारे में विश्वास रखती है। सीएम योगी और मेनका गांधी के हालिया बयानों पर हुए विवाद को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा चाहे कोई भी नेता हो ऐसे बयान देने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये सब समझदार लोग हैं। हालांकि, कभी आदमी कहना कुछ चाहता है. उसका इंटरप्रेटेशन भी कुछ गलत हो जाता है।
लखनऊ से विरोधियों की ओर से अभी तक प्रत्याशी घोषित करने में हो रही देरी पर राजनाथ सिंह ने कहा कि शायद विपक्ष कोई मजबूत चेहरा उतारने की सोच रहा है। हालांकि, उन्होंने साफ कर दिया कि वे अपने संसदीय क्षेत्र में स्वस्थ माहौल में चुनाव करवाएंगे और टीका-टिप्पणी के अलावा कीचड़ उछालने की राजनीति से बचेंगे।