UP News: प्रयागराज (Prayagraj) के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder Case) के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को हत्या हो गई. उनके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई. हालांकि उमेश पाल पहले बीएसपी (BSP) में थे लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के दौरान बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए थे.
दरअसल, राजू पाल बीएसपी के विधायक थे. उनकी हत्या के बाद उमेश पाल को राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह बनाया गया था. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त उमेश पाल बीएसपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. यूपी सरकार के तत्कालीन कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने उमेश पाल को बीजेपी की सदस्यता दिलाई थी. उमेश बीजेपी में 25 अप्रैल 2019 को शामिल हुए थे. वह जिला पंचायत सदस्य भी रह चुके हैं.
डिप्टी सीएम के साथ है तस्वीर
उनकी केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता एसपी सिंह बघेल के साथ तस्वीर भी है. इतना ही नहीं उमेश पाल को बीजेपी में शामिल होने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ भी देखा गया था. अपने साथ उमेश पाल की तस्वीर खुद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने फेसबुक पर शेयर की थी. दोनों नेताओं ने एक कार्यक्रम में एक साथ मंच भी साझा किया था.
हालांकि, शुक्रवार को देर शाम को धूमनगंज थानाक्षेत्र में उमेश पाल के घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने बम और गोली से उन पर हमला किया. इस हमले में उमेश पाल के अलावा उनके दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए. प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि उमेश पाल को दो सुरक्षाकर्मी दिए गए थे.
राजू पाल बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे और 2005 में उनकी हत्या कर दी गयी थी. उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद है जो गुजरात की एक जेल में निरुद्ध है.