Rajya Sabha By-Election 2023: उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने प्रदेश में 15 सितंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा रविवार को उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत केंद्र एवं राज्य में पार्टी नेतृत्व का आभार जताया. यह उपचुनाव 15 सितंबर को होगा।. राज्यसभा सदस्य हरद्वार दुबे के निधन के कारण यह सीट खाली हुयी है और उपचुनाव आवश्यक हो गया है. दुबे भाजपा से ही राज्यसभा सदस्य थे. इस सीट का कार्यकाल नवंबर 2026 तक है.


राज्य विधानसभा में भाजपा को मिले जोरदार बहुमत के कारण शर्मा का निर्वाचित होना लगभग तय है. दुबे की तरह वह भी ब्राह्मण समुदाय से हैं. शर्मा 2017-22 के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के पहले कार्यकाल में दो उपमुख्यमंत्रियों में से एक थे. शर्मा ने उन्हें राज्यसभा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी समेत पार्टी को धन्यवाद दिया.


राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर कही ये बात


दिनेश शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ''मैं यह सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के लिए काम करूंगा कि मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनें.'' उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 255 विधायक हैं, जबकि उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) और निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) पार्टी के क्रमशः 13 विधायक और छह विधायक हैं. राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नए सहयोगी ओमप्रकाश राजभर की अगुवाई वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधानसभा में छह विधायक हैं. 


दूसरी तरफ राज्‍य के मुख्‍य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के पास 108 विधायक हैं और उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पास नौ विधायक हैं. कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास दो-दो विधायक हैं, जबकि बसपा के पास एक विधायक है. एक सीट (घोसी) खाली है, जिस उपचुनाव का परिणाम आठ सितंबर को घोषित होगा. 


जानें- कौन हैं दिनेश शर्मा


लखनऊ विश्वविद्यालय में वाणिज्य विभाग में प्रोफेसर 59 वर्षीय दिनेश शर्मा लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं. उन्‍हें 2014 में भाजपा का राष्‍ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया तो देश की राजनीति में उनकी पहचान बनी. लोकसभा चुनाव के दौरान वह गुजरात में पार्टी मामलों के प्रभारी बनाये गये. वह पहली बार 2008 में लखनऊ के महापौर के रूप में चुने गए थे. वह 2012 में फिर से चुनाव में खड़े हुए और दोबारा भारी बहुमत से जीते. शर्मा के निमंत्रण पर ही प्रधानमंत्री मोदी अक्टूबर 2016 में लखनऊ की रामलीला में शामिल हुए थे. उन्होंने संगठन (2014-15) के सदस्यता अभियान के दौरान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जब 10 करोड़ नए सदस्यों को इसमें शामिल किया गया था. 


दिनेश शर्मा हरियाणा में मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक और राजस्थान में राज्य भाजपा प्रमुख के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक भी रहे हैं. वह 2007 से 18 मार्च 2017 तक उत्तर प्रदेश मेयर काउंसिल के प्रदेश प्रमुख भी रहे. दिनेश शर्मा राज्य में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के भी प्रमुख रह चुके हैं. इसके पहले लखनऊ महानगर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष पद का भी उन्होंने दायित्व संभाला था. 


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