UP Politics: आरपीएन सिंह के राज्यसभा जाने से BJP के इन नेताओं ने ली चैन की सांस, इस वजह से थे परेशान
Rajya Sabha Candidate: कांग्रेस से बीजेपी में आए आरपीएन सिंह को बीजेपी राज्यसभा भेज रही है, जिसके बाद कुशीनगर के स्थानीय नेताओं ने राहत की सांस ली है.
Rajya Sabha Election 2024: राज्यसभा चुनाव के बीजेपी ने जिन्हें यूपी से प्रत्याशी बनाया है उनमें पडरौना राजघराने से राजा आरपीएन सिंह का नाम भी शामिल है. आरपीएन सिंह 2022 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे. तब से ही सरकार में कहीं न कहीं एडजस्ट करने की बात चल रही थी लेकिन, 2 साल बाद जाकर आरपीएन सिंह को राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया गया है.
आरपीएन सिंह को राज्यसभा भेजे जाने से मौजूदा सांसद से लेकर बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने चैन की सांस ली है. जबसे आरपीएन सिंह बीजेपी में आए थे तब से इस बात की चर्चा थी कि उन्हें 2024 का लोकसभा चुनाव में कुशीनगर से लड़ाया जा सकता है. अगर ऐसा होता तो मौजूदा सांसद विजय दुबे का टिकट कट जाता, जिससे वो काफ़ी परेशान थे. वहीं पूर्व सांसद राजेश पांडे से लेकर अगल-बगल की सीट के ब्राह्मण नेता भी यहां से चुनाव लड़ने की लॉबिंग कर रहे हैं आरपीएन सिंह के रास्ते से हटने से इन्हें भी ठंडक मिल गई है.
स्थानीय नेताओं ने ली चैन की सांस
मौजूदा स्थिति के अनुसार कुशीनगर और उसके बगल की लोकसभा सीट देवरिया पर ब्राह्मण सांसद हैं. आरपीएन सिंह के भाजपा में आने के बाद आरपीएन सिंह के कुशीनगर से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज चल रही थी तो वहीं रमापति राम त्रिपाठी का 73 वर्ष के हो जाने के कारण मौजूदा 2024 के लोकसभा चुनाव में 75 वर्ष की उम्र की बाध्यता को देखते हुए पार्टी के अंदर इस बात की चर्चाएं थी कि संभवतः उनका टिकट कट जाए.
इस कड़ी में इन दोनों सीटों के अलग-अलग ब्राह्मण नेता अपनी-अपनी तिगड़ी फिट करने की कोशिश में लगे थे. 2014 में यहां से सांसद रहे राजेश पांडेय का टिकट 2019 में कट गया था इसके बाद इस सीट पर विजय दुबे चुनाव लड़े और जीते थे. उत्तर प्रदेश में सियासी माहौल के अनुसार इस बार बड़े स्तर पर लोगों के टिकटों का हेर फेर होने की उम्मीद है. आरपीएन सिंह के राज्य सभा भेजे जाने के बाद अब कुशीनगर से चुनाव लड़ने की चाह रखने वाले नेता खुश हैं.
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