UP News: उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी के तरफ से पूर्व राज्यसभा सांसद संजय सेठ ने 8वें उम्मीदवार के तौरा पर विधानसभा में नामांकन किया. इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, संजय निषाद, आशीष पटेल मौजूद थे. संजय संजय सेठ के नामांकन करने के बाद अब यूपी से राज्यसभा के लिए कुल 11 प्रत्याशी हो गए हैं. ऐसे में एक सीट के लिए फाइट यानी 27 फरवरी को वोटिंग होगी जो काफी दिलचस्प होने वाली है. इससे पहले बुधवार को बीजेपी के 7 प्रत्याशियों ने राज्यसभा के लिए नामांकन किया था. इससे पहले मंगलवार को सपा के 3 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था.


बीजेपी से पहले 7 ने किया नामांकन किया था बीजेपी के 7 कैंडिडेट्स ने बुधवार को नामांकन किया. इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, प्रदेश पार्टी महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत, पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व मेयर नवीन जैन शामिल हैं. वहीं समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने 3 प्रत्याशी उतार दिए हैं, मंगलवार को जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और रिटायर्ड IAS आलोक रंजन ने राज्यसभा के लिए पर्चा भरा.


क्या है यूपी राज्यसभा में वोटों का गणित और कैसे जीतेगा बीजेपी का आठवां उम्मीदवार ?


सदन में विधायकों की कुल संख्या 403 है, जिसमें 3 सदस्यों का निधन हो चुका है. वहीं बीजेपी के एक सदस्य अयोग्य हैं, इसके अलावा 3 सदस्य जेल में हैं इनमें 2 सपा के रमाकांत यादव और इरफान सोलंकी और सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी हैं. ऐसे में जो वोट देने वाले विधायक हैं उनकी संख्या 399 हो जाती है. अब इसी के आधार पर 399 सदस्यों को कुल उम्मीदवार से भाग देंगे जो 11 है, जिसके बाद 37 संख्या आती है. ऐसे में बीजेपी के 8 सदस्यों के लिये कुल संख्या 288 होती है, जबकि बीजेपी के पास 289 हैं. इस तरह बीजेपी के पास आठवें के लिए एक वोट ज्यादा है. 




वहीं सपा के 3 उम्मीदवारों के लिए 108 वोट की जरूरत पड़ेगी लेकिन उनके पास कुल संख्या 107 है, इसमें अगर पल्लवी पटेल वोट नहीं जोड़े तो ये संख्या 106 हो जाएगी, यानी जरूरी वोट से 2 कम. फिर अगर दूसरी वरीयता के वोटों की बात करें तो सपा अपने तीसरे उम्मीदवार को अधिकतम 106 वोट ही दिला पाएगी, जबकि बीजेपी अपने आठवें उम्मीदवार को 288 वोट दिला देगी. आखिर में सपा में तोड़फोड़ का खेला अभी बाकी है, वैसे एक गोरखपुर का सपा विधायक भाजपा में आने को उत्सुक है और एक और विधायक सपा का जो भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी का समधी है वो भी अभी भाजपा के पास है ही और भी कई तुरुप के पत्ते बचे हैं.


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