Rajya Sabha Election 2024: देश में 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. अभी बीते 8 फरवरी से नामांकन शुरू हो चुका है. इस चुनाव के लिए 15 फरवरी तक नामांकन होगा. उत्तर प्रदेश में 10 राज्यसभा की सीटें खाली हो रही है, जिसके लिए चुनाव का एलान हुआ है. अगर वोटिंग नहीं हुई तो बीजेपी के खाते में सात और समाजवादी पार्टी के खाते में तीन सीटें जाना तय माना जा रहा है.
सपा के तीनों उम्मीदवारों ने मंगलवार को अपना पर्चा दाखिल कर दिया है. इस चुनाव के लिए जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और आलोक रंजन ने नामांकन किया है. इन उम्मीदवारों के नामांकन के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव भी मौजूद रहे. इससे पहले सभी नेता सपा दफ्तर से गाड़ी में बैठककर एक साथ विधानसभा पहुंचे, जहां उन्होंने नामांकन किया.
पीडीए फॉर्मूले पर पार्टी
राज्यसभा के लिए पर्चा भरने वालों में आलोक रंजन, अखिलेश यादव के सलाहकार और परदे के पीछे के मुख्य रणनीतिकार माने जाते हैं. जबकि रामजीलाल सुमन के जरिए दलित बिरादरी को साधने की कोशिश पार्टी कर रही है. यानी राज्यसभा चुनाव के लिहाज से देखा जाए तो पार्टी ने इस चुनाव में भी अपनी पीडीए फॉर्मूले को लागू किया है.
इसके अलावा जया बच्चान को पार्टी ने फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है. राजनीति के जानकारी बताते हैं कि जया बच्चन का सपा के साथ पारिवारिक रिश्ता है. अभी जया बच्चन वर्तमान में सपा से राज्यसभा सांसद हैं.
इस नामांकन के बाद अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'दिल्ली की सरकार जान बुझ के किसानों की आवाज दबाना चाहती है. इन्होंने किसानों से किये वादें पुरे नहीं किये हैं. जो सरकार किसानों के नाम पर वोट लेना चाहती हो तो किसानों को एमएसपी क्यों नहीं मिलनी चाहिए. भारत धर्मों का देश है. स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था धर्मों की कमी नहीं है. लोगों को रोटी और रोजगार मिले. '