लखनऊ: अखिलेश यादव ने मायावती का खेल बिगाड़ दिया है. बीएसपी के 5 विधायकों ने अपनी ही पार्टी के ख़िलाफ़ बग़ावत कर दी है. इस राजनैतिक उलट फेर की स्क्रिप्ट अखिलेश यादव ने लिखी. बीएसपी ने रामजी गौतम को राज्य सभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया था. जबकि पार्टी के सिर्फ़ 18 विधायक हैं. समाजवादी पार्टी ने रामगोपाल यादव को टिकट दिया था. बीजेपी ने 8 उम्मीदवार उतारे हैं. ऐसे में लग रहा था कि बीएसपी की जीत तय है. क्योंकि तब तक 10 उम्मीदवार ही मैदान में थे. ऐसे में चुनाव की नौबत नहीं आती. लेकिन आख़िरी समय में समाजवादी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार प्रकाश बजाज ने नामांकन कर दिया. इसके बाद निर्विरोध चुने जाने का मामला ही ख़त्म हो गया.
अब राज्यसभा चुनाव को लेकर पूरा गेम ही बदल गया है. बीएसपी के 5 विधायकों ने मायावती पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इनका कहना है कि इनके फ़र्ज़ी दस्तख़त प्रस्तावक के रूप में जमा किए गए. पार्टी के उम्मीदवार राम जी गौतम के नामांकन के समय वे मौजूद नहीं थे. इन सबने निर्वाचन अधिकारी से मिल कर गौतम का पर्चा ख़ारिज करने की मांग की. श्रावस्ती से पार्टी के विधायक असलम राईनी ने कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है. जिन विधायकों ने मायावती के ख़िलाफ़ बग़ावत की है, उनके नाम हैं- असलम राईनी, हाकिम लाल बिंद, मुजतबा सिद्दीक़ी, असलम अली और हरगोविंद भार्गव. अब अगर बीएसपी उम्मीदवार का पर्चा ख़ारिज होता है, तो ऐसे में चुनाव की ज़रूरत नहीं पड़ती. लेकिन अगर पर्चा ख़ारिज नहीं हुआ तो फिर चुनाव होंगे.
बीजेपी ने आठ उम्मीदवार उतारकर बीएसपी को वॉकओवर दे दिया था. लेकिन समाजवादी पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार ने गेम फंसा दिया. समाजवादी पार्टी के पास 12 अतिरिक्त वोट हैं. ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के चार विधायकों का समर्थन भी उन्हें मिल सकता है. बीजेपी के पास 16 एडिशनल वोट हैं.