Subramanian Swamy Statement: सुब्रमण्यम स्वामी का छलका दर्द, राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ना बुलाए जाने से आहत
Ayodhya News: आयोध्या पहुंचे सुब्रमण्यम स्वामी का दर्द छलका है. श्रीराम जन्मभूमि के प्राण प्रतिष्ठा में न बुलाए जाने से वो आहत दिखाई दिए और केंद्र सरकार पर हमला बोला है.
Subramanian Swamy In Ayodhya: सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) मंगलवार को अयोध्या पहुंचे. श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ना बुलाए जाने से आहत दिखे. सब कुछ प्रधानमंत्री देख रहे हैं इसी के साथ उन्होंने केंद्र कि बीजेपी सरकार पर बड़ा हमला बोला और कहा कि वह ना तो अखबार में उनका बयान छापने देते हैं और टेलीविजन में दिखाने पर भी अड़चन पैदा करते हैं मैं बीजेपी में हूं हमारी कोई लड़ाई नहीं है लेकिन हमारे मतभेद हैं .
कांग्रेस पर बोला तीखा हमला
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि, वह तो अशोक सिंघल के अनुरोध पर श्री राम मंदिर की पैरवी के लिए आगे आए थे अब प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उन्हें ना तो निमंत्रण मिला है. इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर अपने चिर परिचित अंदाज में बड़ा हमला बोला और कहा कि कांग्रेस कोई पार्टी नहीं है वह विदेशियों का एक गुट है इसमें बाकी सब लोगों की स्थिति गुलाम जैसी है जब तक नेहरू खानदान की कांग्रेस पार्टी से छुट्टी नहीं होती तब तक उनको कांग्रेस पार्टी का कोई भविष्य नहीं दिखता. इंडिया एलायंस को लेकर उन्होंने कहा, रोज लड़ाई चल रही है तो जब गठबंधन चुनाव में टिकट को बांटने के बाद जब आप पूछोगे तो मैं बता सकता हूं.
बीजेपी सरकार पर किया कटाक्ष
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, मैं बीजेपी में हूं हमारी कोई लड़ाई नहीं है लेकिन हमारे मतभेद है मेरे बयान अखबार में छपने नहीं देते और सरकार टेलीविजन में दिखने में अड़चन पैदा करती है. श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मैं हूं ही नहीं यह सब प्रधानमंत्री खुद कर रहे हैं. हमें तो कोई निमंत्रण आया ही नहीं और ना ही हमसे कुछ पूछा गया है. अशोक सिंघल के अनुरोध पर मैंने सुप्रीम कोर्ट में श्री राम मंदिर के लिए पक्ष रखा था और प्रयास किया था
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, 'हां वह जो अशोक सिंघल की प्रार्थना थी इच्छा थी और उन्होंने सार्वजनिक विश्व हिंदू परिषद की मीटिंग में कहा कि, मैं सुब्रमण्यम स्वामी से ही उम्मीद करता हूं उन्होंने रामसेतु को बचाया. तो वही राम मंदिर को बनाएंगे तो इसीलिए मैं आया एक नया आयाम दिखाई. मैंने सुप्रीम कोर्ट को यहां राम पैदा हुए ये हमारी आस्था है इसको कोई चुनौती नहीं दे सकता जहां आस्था है तो यह और कुछ नहीं हो सकती और कहीं नहीं जा सकते हैं एक ही जगह है देश में कि यहां राम पैदा हुए वो आस्था के अनुसार यही है इसलिए हिंदूओ को मिलना चाहिए दोबारा मंदिर बना और मस्जिद तो कहीं भी बन सकती है मस्जिद तो केवल नमाज पढ़ने के लिए जगह है इसीलिए हमारी बात सुप्रीम कोर्ट ने मानी इसीलिए हम जीत गए उसके बाद हमने यह पहली बार इस तरफ आ रहे हैं.'