Rakesh Tikait in Banda: बुंदेलखंड (Bundelkhand) के दौरे पर निकले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने आज बांदा (Banda) में मीडिया से बात करते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर किसानों (Farmers) की अनदेखी करने का आरोप लगाया. राकेश टिकैत ने कहा कि पूरे देश में सबसे अधिक खराब हालात बुंदेलखंड के किसानों के हैं. यहां पर एमएसपी (MSP) पर खरीद नहीं होती है, जिससे किसानों को नुकसान होता है और बड़े व्यपारियों को फायदा. सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए जिससे यहां के किसानों को फायदा मिले.
ये सवाल टाल गए राकेश टिकैत
2022 के विधानसभा चुनाव में भाकियू किसका समर्थन करेगा इस सवाल को राकेश टिकैत टाल गए. उन्होंने सोशल मीडिया में किसान आंदोलन के दौरान वायरल हो रहे विवादित नारे के बारे में भाजपा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनका नारा जय श्रीराम है और हमारा राम राम है. टिकैत आज हमीरपुर में आयोजित किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए ट्रेन से बांदा पहुंचे थे. जहां से वो सैकड़ों किसानों के साथ सड़क मार्ग से हमीरपुर के लिए निकल गए.
किसान नेताओं से की मुलाकात
राकेश टिकैत बांदा में करीब 4 घंटे रुके. इस दौरान उन्होंने बुंदेलखंड के कई किसान नेताओं से मुलाकात कर आंदोलन की रणनीति के बारे में चर्चा की. टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए वर्त्तमान सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया. टिकैत ने कहा कि बुंदेलखंड के किसानों और नौजवानों की स्थिति पूरे देश में सबसे खराब है. उन्होंने कहा कि यहां किसानों की फसलों की एमएसपी में खरीद नहीं होती है. बड़े व्यापारी किसानों से सस्ते में आनाज खरीदते हैं और उसे एमएसपी पर ऊंची कीमतों पर बेचते हैं.
किसान इसे देंगे वोट
राकेश टिकैत ने कहा कि बुंदेलखंड में अवारा पशुओं की बड़ी समस्या के साथ ही फसलों के लिए पानी की समस्या है, जिसपर सरकार ध्यान नहीं देती. किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हैं. टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2022 में किसानों की फसल दोगुने रेट पर बिकेगी इसलिए हम इंतजार कर रहे हैं कि एक जनवरी से हमें अपनी फसल की दोगुनी कीमत मिलेगी. उन्होंने कहा कि जिस सरकार से किसानों को फायदा होगा वो उसे वोट देंगे और नुकसान होगा तो नही देंगे. ये उनका अपना विवेक है.
ये भी पढ़ें: