UP News: कृषि कानूनों (Farm laws) के खिलाफ लंबे किसान आंदोलन के सूत्रधार रहे भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) को लेकर रविवार को एक बड़ी खबर सामने आई थी. जिसमें बताया गया है कि किसान संगठन अब दो धड़ों में बंट चुका है. खास बात ये रही कि किसान आंदोलन का बड़ा चेहरा रहे राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और उनके भाई नरेश टिकैत (Naresh Tikait) को संगठन से अलग कर दिया गया. लेकिन संगठन के प्रवक्ता राकेश टिकैत की तरफ से दावों को खारिज किया गया. बाद में ट्वीट कर सात नेताओं को संगठन से निकाल दिया. 


लखनऊ में हुई थी बैठक
दरअसल, भारतीय किसान यूनियन के कुछ नेताओं ने लखनऊ में एक बैठक बुलाई थी. जिसके बाद ये ऐलान हुआ कि संगठन का नाम अब भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक कर दिया गया है. साथ ही राजेश सिंह चौहान को अध्यक्ष बनाने का ऐलान हुआ था. लेकिन टिकैत ने बताया था कि कि नाराज किसान नेताओं ने अलग से अपना संगठन बनाया है. वहीं रविवार रात को राकेश टिकैत ने ट्वीट कर बीकेयू से सात नेताओं के निकाले जाने का एलान कर दिया है. 



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क्या किया ट्वीट
उन्होंने ट्वीट में लिखा, "किसान हितों पर कुठाराघात करते हुए कुछ लोगों ने भारतीय किसान यूनियन से अलग कथित संगठन बनाने की घोषणा की है. किसान हितों के विरोधी ऐसे तत्वों को तत्काल प्रभाव से बीकेयू से बर्खास्त किया गया है. महेंद्र सिंह टिकैत अमर रहें, किसान एकता जिंदाबाद." वहीं ट्वीट में उन्होंने संगठन के विरूद्ध गलत नीतियों के कारण बर्खास्त हुए नेताओं की जानकारी दी. 


इस बर्खास्त हुए नेताओं में बीकेयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान, राष्ट्रीय महासचिव अनिल तालान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम वर्मा, यूपी और एससीआर अध्यक्ष दिगंबर सिंह, मुरादाबाद के मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र मलिक और प्रदेश उपाध्यक्ष राजबीर सिंह शामिल हैं. 


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