गाजियाबाद: भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम कीमत पर फसल खरीदने वाले कॉरपोरेट और व्यापारियों के लिए कैद की सजा का प्रावधान करने की गुरुवार को मांग की.


टिकैत ने दिल्ली-मेरठ राजमार्ग की दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर यूपी गेट पर पिछले चार दिनों से धरना दे रहे किसानों को संबोधित करते हुए यह मांग की. वहां यातायात अवरूद्ध करने को लेकर किसानों की पुलिस के साथ झड़पें भी हुई.


बीकेयू प्रमुख ने किसानों का उत्पाद एमएसपी से कम कीमत पर खरीदने वाले लोगों के लिए कैद की सजा का सांविधिक प्रावधान करने की मांग करते हुए कहा कि एमएसपी के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं होगा.


''एमएसपी किसानों के लिये जीवन-मृत्यु का विषय''


टिकैत ने यूपी गेट पर किसानों की महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सरकार को अवश्य ही लिखित में यह आश्वासन देना चाहिए कि कोई व्यापारिक समूह या व्यापारी यदि एमएसपी से कम कीमत पर कृषि उत्पाद खरीदेगा तो उसे जेल होगी.’’


उन्होंने कहा , ‘‘एमएसपी किसानों के जीवन और मृत्यु का विषय है. ’’


किसानों को संबोधित करने के बाद टिकैत सरकारी अधिकारियों से मिलने के लिए दिल्ली रवाना हो गए. किसानों को संबोधित करते हुए टिकैत ने उनसे राष्ट्रीय राजमार्ग 9 के 14-लेन सेंट्रल कैरियेजवेज को बाधित नहीं करने का भी अनुरोध किया और इसे एंबुलेंस आदि आवश्यक सेवाओं के लिए खुला रहने देने को कहा.


पुलिस से झड़प


बीकेयू के प्रदेश सचिव हरेंद्र नेहरा ने बताया कि टिकैत के दिल्ली के लिए रवाना होने के शीघ्र बाद वहां बुलंदशहर से किसानों का एक और समूह पहुंच गया और उन्होंने सेंट्रल कैरियेजवेज बाधित करने की कोशिश की, जिस कारण उनकी पुलिस के साथ संक्षिप्त झड़प भी हुई. उन्होंने कहा कि हालांकि मामले को शीघ्र ही सुलझा लिया गया. इसके बाद प्रदर्शनकारी किसान यूपी गेट पर धरना में शामिल हो गए.


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