पीलीभीत: बीसलपुर तहसील का राम भरोसेलाल अपनों के ही दगे के कारण कई सालों से सरकारी कागजों में मृत घोषित है. राम भरोसेलाल खुद को जीवित साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है, लेकिन इंसाफ नहीं मिल रहा है. आरोप है कि गांव के कुछ लोगों ने तहसील प्रशासन से मिलकर राम भरोसेलाल को मृत दिखाकर उसकी जमीन हड़प ली.


8 साल पहले हड़प ली राम भरोसे की जमीन
अब खुद को जिंदा होने का सबूत दे रहा ढकवारा गांव का राम भरोसेलाल तहसील, न्यायालय, पुलिस व आला अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है. ऐसा लगता है कि इनका मामला ही राम भरोसे हो गया है. दरअसल, राम भरोसे की मात्र 4 डिसमिल जमीन थी. आरोप है कि 30 जुलाई 2012 को गांव के ही रहने वाले हरिशंकर, गंगाराम, गंगाधर, श्यामचरण व शिवदेई ने लेखपाल व कानूनगो से मिलकर राम भरोसे को मृत दिखाकर उसकी जमीन अपने नाम करा ली.



राम भरोसे को इस धोखाधड़ी का पता तब चला जब उसने खतौनी निकलवाई. करीब सात साल बाद उसे इस करतूत का पता चला. खतौनी में राम भरोसे मृत था और उसकी जमीन गांव के हरिशंकर व उसके भाइयो के नाम दर्ज हो चुकी थी.


राम भरोसे बीसलपुर तहसील प्रशासन से लेकर न्यायालय व पुलिस प्रशासन के चक्कर लगा रहा है, लेकिन इंसाफ नहीं मिल रहा है. राम भरोसे को मारने की धमकी तक दी जा रही है. तंग आकर राम भरोसे ने चार महीने पहले आरोपियों के खिलाफ कोतवाली बीसलपुर में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है. आरोप है कि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.


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