राम जन्मभूमि स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हुई चर्चा
यूपी के अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक हुई. बैठक में भी सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है. बैठक में जिले के डीएम एसएसपी भी मौजूद रहे.
Ayodhya Ram Janmabhoomi Security Committee Meeting: अयोध्या में आज राम जन्मभूमि स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक होटल पंचशील में सम्पन्न हुई. बैठक में लखनऊ में पकड़े गए अलकायदा के आतंकवादियों का भी मुद्दा उठा और उस पर चर्चा हुई. बैठक के बाद एडीजी सुरक्षा वीके सिंह ने कहा कि पूर्व की हुई बैठक में जो निर्णय लिए गए थे उसकी समीक्षा की गई और आज की बैठक में भी सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है.
राम जन्मभूमि की सुरक्षा से समझौता नहीं
एडीजी सुरक्षा ने कहा कि इस समय परिसर में राम मंदिर निर्माण चल रहा है और मौके को देखने के बाद सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. राम जन्मभूमि की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है. समिति चाहती है कि बगैर समझौता किए राम मंदिर का निर्माण चलता रहे और श्रद्धालु निर्बाध दर्शन करते रहें.
चुस्त-दुरुस्त रही है सुरक्षा व्यवस्था
एडीजी सुरक्षा वीके सिंह ने बताया कि राम जन्मभूमि की सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही सुदृढ़ है. सुरक्षा में केंद्र की सीआरपीएफ प्रदेश की पीएसी और जिला पुलिस पहले से ही तैनात है. लखनऊ में पकड़े गए आतंकी के सवाल पर वीके सिंह ने कहा कि पहले से ही यहां की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रही है, जितने भी इनपुट मिलते हैं सबको संज्ञान में लिया जाता है.
सुरक्षा की समीक्षा की जाती रही है
वीके सिंह ने बताया कि समिति का निर्णय है कि अभी राम मंदिर का निर्माण सुचारू रूप से चलता रहे. दर्शनार्थी निर्बाध दर्शन करते रहें. रामजन्मभूमि की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है, समय-समय पर सुरक्षा की समीक्षा की जाती रही है. बैठक में सीआपीएफ, पीएससी के अधिकारी समेत खुफिया तंत्र के अधिकारी, रेंज के आईजी और जिले के डीएम एसएसपी भी मौजूद रहे.
चीजें लगातार बदल रही हैं
एडीजी सुरक्षा वीके सिंह ने बताया कि कुछ माहीने पहले यहां बैठक हुई थी, उस बैठक में कुछ निर्णय लिए गए थे. बैठक के निर्णय पर कितनी कार्रवाई हुई है उसकी समीक्षा हुई है. मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है, बहुत सारी चीजें लगातार बदल रही हैं. बैठक में मौके को देखते हुए निर्णय लिए गए हैं और निर्णय यही है कि सुरक्षा के साथ समझौता किए बगैर मंदिर निर्माण का काम चलता रहे.
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