आजमगढ़: काल कोठरी से बाहर निकलेंगे भगवान राम-लक्ष्मण और हनुमान, 28 साल का लग गया समय
UP News: आजमगढ़ के निजामाबाद तहसील क्षेत्र के महर्षि दत्तात्रेय आश्रम से चोरी हुई भगवान राम लक्ष्मण और हनुमान जी की अष्टधातु की मूर्तियां 28 वर्ष बाद फिर से स्थापित होने वाली हैं.
Azamgarh News: आजमगढ़ जिले के निजामाबाद तहसील क्षेत्र के महर्षि दत्तात्रेय आश्रम से चोरी हुई भगवान राम लक्ष्मण और हनुमान जी की अष्टधातु की मूर्तियां एक बार फिर से स्थापित करने में 28 वर्ष का समय लग गया. लोग 28 वर्ष बाद फिर से भगवान राम लक्ष्मण और हनुमान जी के दर्शन कर सकेंगे. महर्षि दत्तात्रेय आश्रम से 1996 में भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान की अष्टधातु की मूर्तियां चोरी हो गईं थी. पुलिस ने मूर्तियां तो बरामद कर ली लेकिन यह मूर्तियां अभी तक थाने के मालखाने में बंद रहीं. कोर्ट ने इन मूर्तियों को बाहर निकालने का आदेश जारी किया है. अब फिर से विधि-विधान से प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी.
जिला मुख्यालय से 15 किमी की दूरी पर निजामाबाद कस्बा स्थित है. निजामाबाद कस्बे से सटकर सेंटरवा मार्ग पर गौसपुर ग्राम सभा में तमसा और कुंवर नदी के संगम पर स्थित महर्षि दत्तात्रेय आश्रम हिंदू आस्था का एक बड़ा मंदिर है. दर्शन पूजन के लिए प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में लोग तमसा और कुंअर नदी के संगम पर डुबकी लगाकर भगवान दत्तात्रेय आश्रम पर दर्शन पूजन करते हैं और हवन भी करते हैं. मान्यता के अनुसार हवन पूजन और दर्शन करने के बाद जो भी मनोकामना मांगी जाती है वह पूर्ण होती है.
मंदिर के पास पुलिस चौकी खोलने की मांग
इस संबंध में रविदास जी महाराज, महंत व पुजारी दत्तात्रेय आश्रम ने कहा कि, पूरे विधि विधान के साथ भगवान के घर वापसी की जाएगी और प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा. इसमें सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ संत महात्मा और उच्च अधिकारी भी आएंगे. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भगवान राम लक्ष्मण जानकी हनुमान की प्रतिमा पुनः दत्तात्रेय आश्रम पर स्थापित की जाएगी. उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि मूर्ति की स्थापना से पहले आश्रम के निकट पुलिस चौकी बनाई जाए जिससे कि सुरक्षा को लेकर कोई दिक्कत भविष्य में ना हो.
दत्तात्रेय आश्रम के पुजारी रविदास जी महाराज के अधिवक्ता श्रवण कुमार राय ने बताया कि 1996 में मंदिर से राम लक्ष्मण और हनुमान जी की मूर्ति चोरी हो गई थी जिसे तत्कालीन विवेचक ने बरामद किया था. इसके बाद से मूर्ति मालखाने में थी. मंदिर के पुजारी द्वारा मूर्ति के रिलीज के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया गया था. जिसमें माननीय न्यायालय ने 24 सितंबर को मूर्ति रिलीज करने का आदेश दिया है. मुकदमा अभी चलता रहेगा.
वही संबंध में एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया है कि थाना निजामाबाद क्षेत्र के दत्तात्रेय आश्रम से 1996 में कुछ मूर्तियां लूटी गई थी जिसमें मुकदमा पंजीकृत कराया गया था. पुलिस ने मूर्तियों को बरामद कर लिया था. 24 सितंबर को न्यायालय आजमगढ़ द्वारा मूर्तियों को रिलीज करने का आदेश दिया गया.
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