UP News: हर राम भक्त उस तारीख को जानने के लिए आतुर है कि कौन सी वो तारीख होगी, जब उनके आराध्य प्रभु श्री राम (Lord Ram) अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. अब वह तारीख भी सामने आ गए हैं, वह तारीख 24 जनवरी 2024 है. यह तारीख रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास (Satyendra Das) ने इस तारीख पर मोहर लगाई है और कहा है कि 24 जनवरी सबसे शुभ मुहूर्त होगा क्योंकि 15 जनवरी के बाद सब दिन शुभ मुहूर्त होगा लेकिन 24 जनवरी विशेष करके सबसे शुभ मुहूर्त है और 24 जनवरी को ही भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा करके उनको दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान किया जाएगा.


मठ मंदिरों के नाम से जाने जाने वाली अयोध्या नगरी में भगवान राम लला का मंदिर के गर्भ ग्रह का निर्माण कार्य पूरा होने वाला है. भगवान राम लला का गर्भ ग्रह अक्टूबर 2023 तक तैयार हो जाएगा और भगवान राम लला 24 जनवरी 2024 को अपने दिव्य भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करके विराजमान किये जाएंगे लेकिन प्राण प्रतिष्ठा के दिन जो राम भक्त आएंगे उनके ठहरने और खाने पीने की व्यवस्था कैसे होगी जिसको लेकर के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में होमस्टे की सुविधा उपलब्ध कराई है.


जनवरी 2024 तक और होटल होंगे तैयार


अयोध्या में लगभग सैकड़ों होटल हैं. उन सभी होटलों में राम भक्त रुक सकते हैं और साथ ही साथ जनवरी 2024 तक और भी होटल तैयार कर लिए जाएंगे लेकिन अयोध्या के साधु-संतों ने भी अयोध्या आने वाले राम भक्तों के लिए अपने मंदिरों और घरों के दरवाजे खोल दिए हैं. अयोध्या के संत जगतगुरु परम हंसः आचार्य ने अपने मंदिर और घरों के दरवाजे खोले हैं और कहा कि भगवान राम लला की जिस दिन प्राण प्रतिष्ठा होगी उस दिन जब राम भक्त आएंगे उनके रुकने और खाने-पीने और पार्किंग तक की व्यवस्था फ्री की जाएगी. साथ ही साथ संत दिवाकरचार्य ने भी अपने मंदिरों के दरवाजे खोले हैं और कहा कि लगभग 10000 श्रद्धालु उनके मंदिर में भी रुक सकते हैं और खाने-पीने तक की भी व्यवस्था की जाएगी.


अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो जिसको लेकर के होटल चेयरमैन एसोसिएशन अयोध्या मंडल के अनिल अग्रवाल ने कहा कि सारे होटल इंडस्ट्री अयोध्या में राम भक्तों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. हमारे यहां किसी भी प्रकार की राम भक्तों को असुविधा नहीं होगी और साथ ही साथ कहा कि अयोध्या में राम भक्तों के किसी भी प्रकार की कोई भी होटल के दामों में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी क्योंकि हमारे यहां 100 से अधिक होटल है और जनवरी तक 50 से ज्यादा होटल तैयार कर लिए जाएंगे. साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी होमस्टे की सुविधा अयोध्या में उपलब्ध कराई है.


किराए में नहीं की जाएगी बढ़ोतरी


अनिल अग्रवाल ने कहा कि सारे होटल इंडस्ट्री अयोध्या के राम भक्तों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार हैं और हमारी पूरी तैयारी है. हमारे यहां होटल एसोसिएशन और यहां के जो होटल हैं उनके किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी और न ही की जा रही है. सभी जगह जो हमारा मूल्य सूची है टेरिफ कार्ड होता है वह डिस्प्ले किसी भी प्रकार का कोई भी किराया नहीं बढ़ाया जाएगा. इस समय अयोध्या में लगभग 100 से अधिक होटल हैं और जनवरी तक 50 होटल और तैयार हो जाएंगे. सब मिलाकर के 150 होटल हमारे हो जाएंगे. अयोध्या में सीएम ने होम स्टे की स्कीम चलाई है. हर घर के पांच कमरे होटल में तब्दील किए जा रहे हैं अयोध्या में 50,000 से ज्यादा घर हैं. इस तरीके से 5,5 करके करीब ढाई लाख कमरे उपलब्ध हो जाएंगे. इसमें हम 500000 लोगों को आसानी से ठहरा सकते हैं.


वहीं राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि यह सारी व्यवस्थाएं जो होंगी वहां दर्शन करने के लिए प्रशासन और ट्रस्ट के माध्यम से हो जिससे जो भी लोग दर्शन करने जाएं और उनको किसी प्रकार की असुविधा ना हो और वह बड़े आराम से रामलला का दर्शन करें तो यह व्यवस्था है या व्यवस्था बहुत ही अच्छे ढंग से चुस्त और दुरुस्त रूप से होगी. किसी भी प्रकार का कोई परेशानी नहीं होगी. 15 जनवरी से लेकर 24 जनवरी तक किसी भी दिन भगवान राम लला को दिव्य भव्य मंदिर में स्थापित किया जाएगा. यह जो पूजा-पाठ चलेगी वह होगा प्राण प्रतिष्ठा के संबंध में क्योंकि नई मूर्ति और स्थाई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी.


आचार्य सत्येंद्र दास ने और क्या कहा?


आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि पूजा अर्चना जो है 7 से 8 दिन तक चलना जरूरी होता है और इसलिए जलाअविवाश और तमाम प्रकार के पूजा-पाठ है जो उस मूर्ति के लिए करना पड़ता है. बहुत ही सुनियोजित ढंग से इसलिए इस की प्राण प्रतिष्ठा का पूजा वहां 15 तारीख से लेकर 24 तारीख तक चलेगी तारीख कई है जो निश्चित हो जाए क्योंकि या 15 तारीख छोड़ कर के बाकी दिन सब शुभ है और शुभ दिनों में एक निश्चित करना पड़ेगा. पीएम के लोगों का विचार हुआ है कि उनके कर कमलों द्वारा रामलला को स्थाई मंदिर में स्थापित किया जाए. 15 तारीख से 24 तारीख तक सभी दिन शुभ है क्योंकि 24 तारीख सबसे अच्छा दिन होगा और जो पूजा शुरू होगी वह उसी दिन समाप्त होगी और उसी दिन रामलला को स्थापित किया जाएगा.


इसके अलावा तपस्वी छावनी के जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा 15 जनवरी से 24 जनवरी के बीच सुनिश्चित की गई है, जिसको लेकर के अभी से तैयारियां शुरू हुई हैं जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधान यजमान होंगे. अभी से ही सभी धर्मशाला और होटल बुक किए जा रहे हैं. मैं अयोध्या से तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगद्गुरु परम हंसः आचार्य लगभग 10,000 राम भक्तों को रहने और खाने ठहरने और पार्किंग की सुविधा मैं फ्री में दूंगा. यह व्यवस्था हम अभी से बना रहे हैं मेरा जितना आश्रम परिसर है आसपास के जो हमारे पास पार्किंग की जमीनें हैं अभी से मैंने उसमें तैयारियां करानी शुरू कर दी है.


'500 सालों तक चला संघर्ष'


जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि 10000 लोगों को हम फ्री में व्यवस्था देंगे और आशा भी करते हैं कि हमारे जितने भी अयोध्यावासी हैं बाहर से आने वाले राम भक्तों को खाने-पीने और रहने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो. सभी लोग साथ देंगे यह अद्भुत क्षण होगा जिस समय राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी जिसके लिए पीढ़ियों ने संघर्ष किया है. 500 वर्षों तक संघर्ष चला कितने लोगों ने अपने प्राणों को आहूत कर दिया है, जिस घड़ी की प्रतीक्षा रही वह शुभ घड़ी आने वाली है इसलिए यह अयोध्या के लिए ही नहीं अपितु सभी राम भक्तों के लिए खुशी है और तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं.


संत दिवाकरचार्य ने कहा कि हम सारे लोग राम भक्तों के स्वागत के लिए अपनी पलकें बिछाए हैं, हमारा मंदिर है जो भी राम भक्त आएंगे. 10 हजार राम भक्तों के रहने खाने सभी चीज के लिए व्यवस्था करने में जुटे हुए हैं क्योंकि एक बहु प्रतिष्ठित राम भक्तों की आस्था थी सनातनी साधु-संतों और संपूर्ण सनातनयों की आस्था थी. यह जो बहुप्रतीक्षित राम मंदिर था हम सभी के आस्था का केंद्र भगवान श्री राम हैं और उनका राम जन्मभूमि बनकर तैयार होने वाला है और जब उसकी प्राण प्रतिष्ठा होगी तब सारे लोग खुश होंगे और उत्सुक है हम सभी स्वागत करेंगे प्रभु श्री राम का अपने राम भक्तों का सनातनीयों का सभी में अपार हर्ष और खुशी है.


भक्तों के लिए चिंतित ढंग से चल रहा विचार- मेयर


अयोध्या के मेयर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि अयोध्या एक ऐतिहासिक अवसर के लिए प्रस्तुत है और खड़ी है हमारे सब के सार्वजनिक जीवन में एक ऐसा क्षण आने वाला है जब हमारे आराध्य अपने गर्भ ग्रह में विराजमान होने जा रहे हैं. एक बड़ा सांस्कृतिक क्षण है और एक ऐतिहासिक अवसर है. पूरी अयोध्या व्यवस्थाओं के दृष्टिकोण से शासन और प्रशासन के लिए सोर्स है और वहां के जो जन समाज हैं उनके  दृष्टिकोण से भी हम लोग इस बात के लिए लगातार चिंता कर रहे हैं आने वाले लोगों को कैसे और कहां बैठाना है इन सभी बातों पर बहुत ही चिंतित ढंग से विचार चल रहा है.


मेयर ने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं. हमें यह विश्वास है कि भगवान का आशीर्वाद रहा तो हम लोग एक बहुत ही अच्छा वातावरण बनाने में और अच्छा हॉस्पिटैलिटी निर्मित करने में सक्षम होंगे और लोगों को यहां आने के बाद दिव्य अवसर का साक्षी बनने का एक अच्छा अवसर प्राप्त होगा, जिसमें हम सभी लोग सहयोगी होंगे 5 लाख लोगों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है जो होटल है गेस्ट हाउस है इसके अलावा भी लोगों के घरों में भी रोकने की व्यवस्थाएं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी रोकने की व्यवस्थाएं हम लोग धीरे-धीरे योजनाबद्ध तरीके से इसके लिए हमारा राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र प्रयास कर रहा है.


'सत्कार में हम लोग कोई कमी नहीं करेंगे'


गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि हम लोगों को पूरा भरोसा है कि अच्छी व्यवस्था देने में सक्षम होंगे यह हम लोगों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. यह हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि रामलला के गर्भ ग्रह में विराजमान होने के लिए जो लोग आ रहे हैं, उनका स्वागत करने के लिए सत्कार करने के लिए उनका अतिथ प्रदान करने के लिए हम लोगों के बीच में आ रहे हैं उनका सत्कार करने के लिए हम लोगों को अवसर प्राप्त हो रहा है हमारे रामलला के भक्त आ रहे हैं, उनका सत्कार करने का अवसर प्राप्त हो रहा है तो निसंदेह यह एक ऐतिहासिक क्षण है और उनके सत्कार के लिए हम लोग कोई कमी नहीं करेंगे. पीएम हम लोगों के लिए मुखिया है हमारे देश के आदर्श हैं इस देश के सबसे बड़े नेता है और अयोध्या आ रहे हैं और ऐसे ऐतिहासिक अवसर पर आ रहे हैं यह बहुत ही दुर्लभ क्षण है निसंदेह हम लोग बहुत ही उत्सुकता के साथ उसकी प्रतीक्षा कर रहे हैं.


विश्व हिंदू परिषद प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि पर गर्भ ग्रह भव्य रूप से निर्मित हो रहा है और हम सब का सौभाग्य है कि हम सब इसके साक्षी बन रहे हैं. भगवान राम लला अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान हो उससे पूर्व जो है गर्भ ग्रह का पूजन होना स्वाभाविक है और यह पूजन जो है अभी तक श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र जिस प्रकार से निर्माण कार्य को अपने हाथ में लिया है जिस प्रकार से तीव्रता के साथ निर्माण कार्य को संपन्न करा रही है यह लगातार जो है कार्य जारी है.


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