Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है. इस बीच राम भक्तों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. अगले साल यानी 22 जनवरी 2024 अयोध्या में भगवान राम की प्राण की प्रतिष्ठा होगी यानी 22 जनवरी को रामलला (Ramlala) विराजमान होंगे. इस दिन सोमवार पड़ रहा है और कूर्म द्वादशी है. द्वादशी तिथि 21 जनवरी 2024 को शाम 07:27 बजे प्रारंभ होकर 22 जनवरी 2024 को शाम 07 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी. रामलला 24 जनवरी 2024 को 500 साल बाद अपने स्थायी निवास स्थान में शिफ्ट होंगे. 


क्या है धार्मिक मान्यता
विष्‍णु पुराण के मुताबिक भगवान विष्‍णु ने कूर्म यानी कछुए का अवतार लिया था, जिस कारण यह द्वादशी भगवान विष्‍णु के कूर्म रूप को समर्पित है. इस दिन विष्‍णु रूप कूर्म की पूजा की जाती है. हिन्दू धर्म में वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन कूर्म जयंती मनाई जाती है. सनातन धर्म में कूर्म जयंती का बहुत अधिक महत्व है. अगर इस दिन गृह निर्माण का कार्य किया जाये तो वह पूरा होता है और बहुत ही शुभ भी माना जाता है. अगर किसी के घर में वास्तु दोष होता है तो इस दिन वास्तु दोष को बहुत ही आसानी से दूर किया जा सकता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी बिगड़े हुए काम भी बनने लगते हैं.


तारीख अफवाह-चंपत राय
यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने ट्वीट करके कहा था कि 22 जनवरी 2024 को  अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी. वहीं राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 22 जनवरी 2024 की तारीख को अफवाह  बताया है. रामलला के 'प्राण प्रतिष्ठा' की तिथि पर उन्होंने कहा कि 22 जनवरी 2024 की तारीख एक अफवाह है. ये जनता को भ्रमित करने का प्रयास है. 


राम मंदिर से जुड़ी तारीखें
बता दें कि लंबे इंतजार के बाद 9 नवंबर 2019 को राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था. इसके बाद 5 फरवरी 2020 को ट्रस्ट बनाया गया. 25 मार्च 2020 को रामलला को अस्थायी मंदिर में शिफ्ट किया गया. 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन हुआ. 1 जून 2022 को गर्भगृह का निर्माण शुरू हुआ. 


Ram Mandir: गर्भगृह में 22 जनवरी 2024 को नहीं होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, चंपत राय बोले- 'ये अफवाह...'