Ram Mandir Construction: अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन की आज पहली वर्षगांठ है. पिछले साल 5 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू हो गया था. इस एक साल के दौरान भव्य राम मंदिर निर्माण का काम तेजी के साथ आगे बढ़ा. राम मंदिर ट्रस्ट ने उम्मीद जताई है कि साल 2023 के अंत तक मंदिर को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा. हालांकि, मंदिर निर्माण का काम 2025 तक ही पूरा हो पाएगा.


50 फीसदी काम पूरा
मंदिर निर्माण के लिए अभी बुनियाद को भरे जाने का काम किया जा रहा है. बुनियाद भरे जाने की समय सीमा 15 सितंबर तय की गई है. एक साल के अंदर ही मंदिर निर्माण का 50 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है. अब तक 25 लेयर भरी जा चुकी है. बुनियाद को भरे जाने का काम 12-12 घंटे की दो शिफ्ट में किया जा रहा है.


अक्टूबर में शुरू होगा बेस का निर्माण
अक्टूबर महीने से मंदिर के बेस का निर्माण कार्य शुरू होगा. इसमें मिर्जापुर के बलुआ पत्थर और ग्रेनाइट पत्थर का इस्तेमाल किया जाना है. ग्रेनाइट पत्थर ललितपुर और राजस्थान से मंगाए जाएंगे. बारिश का पानी बुनियाद भरे जाने वाले विशाल भूखंड में प्रवेश ना करे इसलिए उसे प्लास्टिक से पैक कर दिया गया है. भव्य राम मंदिर की मजबूती का भी खासा ख्याल रखा जा रहा है.


ऐसा होगा राम मंदिर
मंदिर की लंबाई 360 फीट, चौड़ाई 235 फीट और प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट होगी जबकि मुख्य मंदिर तीन मंजिला होगा जिसमें पांच मंडप होंगे. सूत्रों ने बताया कि मंदिर के भूतल पर 160 खंभे, पहले तल पर 132 खंभे और दूसरे तल पर 74 खंभे होंगे. मंदिर के गर्भगृह पर बनने वाले शिखर की ऊंचाई जमीन से 161 फुट होगी.


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