अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से भेजा गया प्रसाद सबसे पहले एक दलित परिवार को मिला. मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने पीटीआई को बताया कि प्रसाद में लडडू, रामचरित मानस की प्रति और तुलसी की माला है. त्रिपाठी ने बताया कि राम जन्मभूमि पूजन का पहला प्रसाद महावीर हरिजन के यहां पहुंचा. ये वही महावीर हैं, जिनके घर मुख्यमंत्री योगी भी जा चुके हैं.


शलभमणि त्रिपाठी ने बताया, ''यह वही दलित महाबीर का परिवार है, जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मिला था और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके घर भोजन करने गए थे.'' योगी की 'अली-बजरंगबली' टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग की तरफ चुनाव प्रचार पर 72 घंटे का प्रतिबंध लगाए जाने के बाद योगी ने महावीर के घर भोजन किया था.


महावीर ने कहा कि, ''मैं दलित हूं, मुख्यमंत्री ने पहला प्रसाद मुझे और मेरे परिवार को भेजा. मैं उनका धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे याद रखा.'' उन्होंने कहा कि, ''यह हमारे लिए दोहरी खुशी की तरह है. पहली यह कि राम मंदिर का हमारा सपना पूरा हुआ है और दूसरी ये कि हमें पहला प्रसाद मिला. हमें उम्मीद है कि अब राज्य में जातीय भेदभाव समाप्त होगा और हर कोई विकास और सबके कल्याण के बारे में सोचेगा."



संपर्क करने पर अयोध्या के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकाल के चलते भूमि पूजन के लिए काफी कम लोग आमंत्रित थे. अब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और प्रशासन अधिक से अधिक लोगों तक प्रसाद वितरित कर रहा है. अयोध्या में मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहला प्रसाद महावीर के परिवार के पास भेजा गया. उन्होंने कहा कि भूमि पूजन के लिए आमंत्रित सभी लोगों को चांदी का सिक्का भेंट किया गया है, जिस पर राम दरबार का चित्र और ट्रस्ट का लोगो अंकित है.


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