जय श्रीराम के उद्घोष के साथ अयोध्या रवाना हुई गोरक्षपीठ की मिट्टी और जल
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में बुधवार को विश्व हिंदू परिषद की शाखा बजरंग दल के पदाधिकारी पहुंचे. गोरक्षपीठ की तरफ से उन्हें मिट्टी निकालकर एक छोटे कलश में दी गई. मिट्टी और जल को अयोध्या के लिए रवाना कर दिया गया है.
गोरखपुर: गोरक्षपीठ की मिट्टी और जल राम जन्मभूमि अयोध्या के लिए रवाना हो गई है. 5 अगस्त 2020 को वो ऐतिहासिक दिन होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में श्रीराम जन्मभूमि की नींव रखी जाएगी. श्री राम जन्मभूमि की नींव में देश के सभी सिद्ध पीठ की पावन मिट्टी और जल डाला जाएगा. श्री राम मंदिर निर्माण के आंदोलन में गोरक्षपीठ का बड़ा योगदान रहा है.
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में बुधवार को विश्व हिंदू परिषद की शाखा बजरंग दल के पदाधिकारी पहुंचे. गोरक्षपीठ के कार्यालय सचिव द्वारिका तिवारी ने उन्हें मिट्टी निकालकर एक छोटे कलश में दी. उसके बाद उस मिट्टी को बाबा गोरखनाथ के मंदिर में ले जाकर पूजा की गई. वहां से भभूत और जल छोटे कलश में डाला गया और उसे अयोध्या के लिए रवाना कर दिया गया.
विश्व हिंदू परिषद की शाखा बजरंग दल के प्रांत सह सह संयोजक दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा कि ये बहुत ही पावन दिन है. गोरक्षपीठ और यहां के ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इसमें बड़ा योगदान है. राम जन्मभूमि आंदोलन में ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ ने अगुवाई कर समस्त भारतवासियों को ये खुशी का दिन दिखाया है. अब 5 अगस्त को अयोध्या में श्री राम मंदिर की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से रखी जाएगी.
दुर्गेश त्रिपाठी ने बताया कि ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ ने खुशी का दिन हम लोगों को दिखाया है. वे राम जन्मभूमि न्यास परिषद के अध्यक्ष भी रहे हैं. इसके अलावा कई अन्य संस्थाओं की भी उन्होंने अगुवाई की है. 6 दिसंबर 1992 के रथ यात्रा में भी उन्होंने बढ़-चढ़कर आंदोलन को आगे बढ़ाया. आज वे जहां भी होंगे, उनका सपना पूरा होने से उनकी आत्मा भी सुखी होगी.
इस मौके पर गोरखनाथ मंदिर के कार्यालय सचिव द्वारिका तिवारी ने कहा कि 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में श्री राम जन्म भूमि की नींव रखेंगे. ये पावन दिन हम लोगों को देखने को मिल रहा है. गोरक्षपीठ का इसमें बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि देश के सभी तीर्थ स्थलों से मिट्टी और जल श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या ले जाकर वहां की नीव में डाला जाएगा. केंद्र सरकार की ओर से 5 अगस्त को श्री राम जन्मभूमि मंदिर के नींव पड़ने की शुरुआत होगी. ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ जी की आत्मा को स्वर्ग में बहुत खुशी मिल रही होगी.
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