अयोध्या. भव्य राम मंदिर निर्माण की नींव भरने के लिए इंजीनियरिंग फील्ड मैटेरियल (ईएफएम) पर 10 अप्रैल को मुहर लग जाएगी. इसी के साथ ही नींव की भराई का कार्य शुरू हो जायेगा. राम मंदिर निर्माण के लिए 40 फीट गहरी नींव को ईएफएम से भरा जायेगा. ईएफएम पर 10 अप्रैल को मुहर लगेगी क्योंकि 10 व 11 अप्रैल को राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक अयोध्या में होने जा रही है. समिति के चेयरमैन व प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव पूर्व आईएएस नृपेन्द्र मिश्र मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा करने 9 अप्रैल को अयोध्या पहुच रहे हैं.


राम जन्मभूमि परिसर में होगी पहली बैठक
निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र राम मंदिर निर्माण समिति की पहली बैठक 10 अप्रैल को सुबह राम जन्मभूमि परिसर में करेंगे. दूसरी बैठक दोपहर में सर्किट हॉउस में करेंगे. मंदिर निर्माण कार्य की समीक्षा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ.


अनिल मिश्र का कहना है कि 10 और 11 अप्रैल को राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में राम मंदिर की नीव में भरा जाने वाली ईएफएम पर मुहर लगा दी जाएगी. नींव को लेकर मिट्टी को कम्प्रेस करने का कार्य भी पूरा किया जा चुका है. यही नहीं ईएफएम की एक लेयर का निर्माण कुछ हिस्सों में किया जा रहा है जिसकी परख विशेष इंजीनियर कर रहे है. सब कुछ ठीक रहा तो ईएफएम से नींव की भराई का कार्य किया जाना शुरू हो जायेगा.


परिसर की सुरक्षा पर भी होगी चर्चा
बैठक में राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा पर भी चर्चा की जाएगी. साथ ही राम मंदिर में रामलला के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना संक्रमण से किस तरह सुरक्षित रखा जाये इस पर भी गंभीरता से विचार किया जाएगा. राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक कितना धन संग्रह समपर्ण निधि अभियान में किया गया, उसका आंकड़ा भी बैठक में रखा जायेगा. राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी व सदस्य भी शामिल होंगे. साथ ही राम मंदिर निर्माण कार्य में लगी कंपनी एल एंड टी, टाटा कंसल्टेंसी के इंजीनियर भी शामिल होंगे.


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