Ram Mandir Inauguration: 'भगवान राम का मंदिर बनना रास नहीं आ रहा', बीजेपी नेता का असदुद्दीन ओवैसी पर पलटवार
Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पहले सियासी बयानबाजी जारी है. हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
Politics on Ram Mandir Inauguration: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. बीजेपी प्रवक्ता (BJP Leader) राकेश त्रिपाठी ने कहा है कि असदुद्दीन ओवैसी को भगवान राम का दिव्य और भव्य मंदिर बनना रास नहीं आ रहा है. इसलिए भड़काऊ बयानबाजी कर रहे हैं. बता दें कि हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अन्य मस्जिदों के छीने जाने की आशंका जताई थी. उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए मुस्लिम नौजवानों से सतर्क रहने की अपील की.
बीजेपी नेता का असदुद्दीन ओवैसी पर हमला
हैदराबाद सांसद ने कहा कि तीन चार और मस्जिदों के खिलाफ साजिश हो रही है. एआईएमआईएम प्रमुख ने मुस्लिम नौजवानों को एकजुट रहने के साथ मस्जिदों को आबाद करने की भी नसीहत दी. अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर उद्घाटन के बीच असदुद्दीन ओवैसी का बयान भड़काऊ और आपत्तिजनक माना गया. बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने ओवैसी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने विपक्षी दलों समेत ओवैसी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दुनिया की सातवीं बड़ी मस्जिद लखनऊ में है.
'मजहबी तुष्टिकरण की राजनीति का पर्दाफाश'
मस्जिदों के मामले में भारत का नंबर दूसरा है. भारत में तीन लाख से ज्यादा मस्जिदें हैं. मस्जिदों को कोई खतरा नहीं है. खतरा धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति से है. राकेश त्रिपाठी ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी की राजनीति बेनकाब हो गई है. उन्होंने कहा कि खतरा ओवसी की राजनीति को लेकर है ना कि मस्जिदों को लेकर. विपक्षी नेता जानबूझकर सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़नेवाला बयान दे रहे हैं. 22 जनवरी को अयोध्या में राम भक्तों की मनोकामना पूरी होनेवाली है. रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश विदेश से लोगों को आमंत्रित किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे.