Ramlala Pran Pratistha: पूर्व उप-प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या नहीं जाएंगे. उन्होंने दिल्ली में बढ़ी हुई ठंड और खराब मौसम के कारण ये फैसला किया है. उनके इस फैसले के पीछे स्वास्थ्य कारणों का भी हवाला दिया है. हालांकि बीते महीने ही उन्होंने समारोह का निमंत्रण दिया गया था.


विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि जब वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल और रामलाल के साथ लालकृष्ण आडवाणी को 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण देने गए थे तो उनके स्वास्थ्य को लेकर चर्चा हुई, लॉजिस्टिक्स की चर्चा हुई कि उन्हें अयोध्या आने के लिए क्या-क्या व्यवस्था की जरूरत होगी, वो कार्यक्रम में कितनी देर बैठ सकेंगे,क्या उनके लिए कोई डॉक्टर उपलब्ध रह सकता है, क्या पूरे समय के लिए उनके साथ कोई व्यक्ति रह सकता है.


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चंपत राय ने किया था अनुरोध
हालांकि राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एल.के. आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से अगले महीने मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया गया था. उन्होंने कहा था, "दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया." राय ने कहा कि 22 जनवरी को अभिषेक समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं, इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे.


चंपत राय ने कहा था कि स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से आडवाणी और जोशी अभिषेक समारोह में शामिल नहीं हो सकते हैं. आडवाणी अब 96 साल के हैं और जोशी अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे. समारोह के लिए लगभग 4,000 संतों और 2,200 अन्य मेहमानों को आमंत्रित किया गया है. बता दें कि अयोध्या में समारोह के लिए मेहमानों का आना जारी है. सोमवार को करीब सात हजार से ज्यादा मेहमानों के आने की संभावना है.